10 से 11 साल की नौकरी के बाद जहां सरकारी नौकरी में लोगों को एक से दो प्रमोशन मिल जाता है, वहीं बिहार में एक बहाली की प्रक्रिया भी पूरी नहीं हुई है. 2011 में होमगार्ड भर्ती के लिए आवेदन करने वाले आवेदकों की इन दिनों शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन हो रहा है.
जहानाबादः बिहार में सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा हो या रिजल्ट बिना विवाद और बिलंव के पूरा नहीं होता है. यह समस्या होमगार्ड की भर्ती हो या राज्य के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की भर्ती हो. सभी जगह कुछ न कुछ पेंच फंसा रहता है. सरकारी उदासीनता के बीच 2011 के होमगार्ड बहाली की प्रक्रिया जहानाबाद जिले में एक कदम आगे बढ़ा है. होमगार्ड भर्ती के लिए जहानाबाद के एरोड्राम स्टेडियम में कड़ी सुरक्षा के बीच इन दिनों शारीरिक दक्षता परीक्षा शुरू की गई है.
चयन समिति के निगरानी में चल रही है भर्ती प्रक्रियाः होमगार्ड भर्ती के लिए आए अभ्यर्थियों ने बताया कि वर्ष 2011 में होमगार्ड की बहाली को लेकर फार्म भरा था लेकिन 11 साल बाद यह बहाली की प्रक्रिया शुरू की गई है. वर्ष 2011 में उम्र 27-28 थी. अब 40 से ऊपर हो गया है. इसके बाद भी अभ्यर्थियों तैयारी कर बहाली में भाग लेने आये हैं. इनके जोश और जज्बे में कोई कमी नहीं है. फिजिकल परीक्षा की पूरी प्रक्रिया जहानाबाद एसपी दीपक रंजन के साथ-साथ उप विकास आयुक्त परितोष कुमार की निगरानी में चल रही है. होमगार्ड बहाली को लेकर जिला स्तर पर बनाए गए चयन समिति के सभी सदस्य पुलिस स्टेडियम में मौजूद रहते हैं. चयन समिति के निगरानी में बहाली की सारी प्रक्रिया पूरी कराई जा रही है.
दौड़ में सफल होना जरूरीः एरोड्राम स्टेडियम में हुलासगंज और जहानाबाद प्रखण्ड के आवेदकों की शारीरिक दक्षता परीक्षा हो चुकी है. परीक्षार्थियों के परेशानी को देखते हुए एरोड्रम स्टेडियम में कई काउंटर बनाए गए हैं. उन काउंटरों पर ही परीक्षार्थियों को उनका नंबर आवंटित किया गया हैं. नंबर के आधार पर बहाली की प्रक्रिया होती है. 1600 मीटर की दौड़ में सफल होने के बाद ही प्रतिभागी अगले प्रतियोगिता जैसे लॉन्ग जंप, हाई जंप, गोला फेंक में भाग लेते हैं.