भागलपुर जिले में होमगार्ड की बहाली प्रक्रिया 17 मई से आरंभ होकर 14 जून तक चलेगी। इस प्रक्रिया को सुचारु, पारदर्शी और शांतिपूर्ण ढंग से संचालित करने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क और तैयार है। इस भर्ती अभियान में कुल 29,761 अभ्यर्थियों ने आवेदन दिया है, जिनमें 23,593 पुरुष, 6,164 महिलाएं और 4 ट्रांसजेंडर अभ्यर्थी शामिल हैं।
इस संबंध में बुधवार को समाहरणालय स्थित समीक्षा भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने की। बैठक में डीडीसी प्रदीप कुमार, एसडीएम धनंजय कुमार, होमगार्ड समादेष्टा, ट्रैफिक डीएसपी, सीटी डीएसपी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
जिलाधिकारी डॉ. चौधरी ने बैठक के दौरान स्पष्ट निर्देश दिए कि बहाली प्रक्रिया को पूरी तरह निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया के अंतर्गत प्रतिदिन लगभग 1,400 अभ्यर्थियों की भागीदारी होगी। इतने बड़े स्तर पर संचालन को देखते हुए अधिकारियों के बीच कार्यों का स्पष्ट और व्यवस्थित विभाजन कर दिया गया है, जिससे प्रक्रिया में किसी भी तरह की रुकावट न आए।
डीएम ने यह भी निर्देशित किया कि सभी अभ्यर्थियों को मूलभूत सुविधाएं — जैसे कि पेयजल, शौचालय, चिकित्सा सुविधा और छाया आदि — उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि चयन केंद्रों और परिसरों में सुरक्षा व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। इस दृष्टिकोण से हर केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे ताकि पूरी प्रक्रिया की निगरानी हो सके।
भीड़ नियंत्रण और ट्रैफिक प्रबंधन की जिम्मेदारी पुलिस विभाग को सौंपी गई है। ट्रैफिक डीएसपी और सीटी डीएसपी को विशेष रूप से निर्देशित किया गया है कि चयन केंद्रों के आस-पास यातायात की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, जिससे आने-जाने में किसी को परेशानी न हो।
साथ ही, मेडिकल टीमों की तैनाती, पीने के पानी की टंकियां, महिला और पुरुषों के लिए अलग शौचालय तथा बैठने की समुचित व्यवस्था की जा रही है। जिलाधिकारी ने कहा कि गर्मी को देखते हुए अभ्यर्थियों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा। इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समय से पूर्व पूरी कर ली जाएंगी।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि चयन प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रत्येक चयन केंद्र पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, जो पूरे दिन की गतिविधियों की रिपोर्ट देंगे। सभी अधिकारी समन्वय बनाकर कार्य करें, ताकि एक आदर्श बहाली प्रक्रिया सुनिश्चित की जा सके।
डॉ. नवल किशोर चौधरी ने इस अवसर पर कहा कि यह बहाली प्रक्रिया जिले के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिससे न केवल स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि कानून-व्यवस्था को भी सुदृढ़ बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने सभी विभागों से पूर्ण समर्पण और ईमानदारी के साथ कार्य करने की अपील की।
अंत में जिलाधिकारी ने भरोसा जताया कि यह प्रक्रिया भागलपुर जिले के लिए एक मिसाल बनेगी और इसकी सफलता टीम भावना और पारदर्शिता पर निर्भर करेगी।
