बिहार के कटिहार जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां एक भीषण सड़क हादसे में बीपीएससी से चयनित एक शिक्षिका और उनकी मासूम बेटी की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा इतना भयावह था कि ऑटो के परखच्चे उड़ गए और घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। यह दुखद घटना प्राणपुर थाना क्षेत्र के कुशियारी मोड़ के पास घटी, जहां एक तेज रफ्तार हाइवा ट्रक और ऑटो के बीच सीधी टक्कर हो गई।
हादसे में जान गंवाने वाली शिक्षिका की पहचान डिंपल कुमारी के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि उन्होंने महज दो दिन पहले ही उत्क्रमित मध्य विद्यालय, प्राणपुर में बतौर शिक्षिका अपनी सेवा की शुरुआत की थी। रविवार को वह अपनी मां और छोटी बच्ची के साथ ऑटो में सवार होकर प्राणपुर से कटिहार की ओर आ रही थीं। लेकिन किसे पता था कि यह सफर उनका आखिरी सफर बन जाएगा।
एनएच-81 पर कुशियारी मोड़ के पास जब ऑटो और हाइवा की आमने-सामने टक्कर हुई, तो आवाज इतनी जोरदार थी कि आस-पास के ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ऑटो उछलकर सड़क किनारे जा गिरा और पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में डिंपल कुमारी और उनकी छोटी बेटी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ऑटो में सवार अन्य तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों को तत्काल कटिहार सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, घायलों की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। साथ ही घटनास्थल से हाइवा ट्रक को जब्त कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि हादसे की जांच शुरू कर दी गई है और यह भी देखा जा रहा है कि हाइवा चालक की कोई लापरवाही तो नहीं थी।
घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने सड़क पर जमकर हंगामा किया और प्रशासन से तेज रफ्तार वाहनों पर रोक लगाने की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि इस क्षेत्र में अक्सर भारी वाहनों की लापरवाही देखी जाती है, जिससे जान का खतरा बना रहता है।
प्रशासन की ओर से मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाया गया और स्थिति को शांत किया गया। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि हादसे की पूरी निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
डिंपल कुमारी की मौत से पूरा इलाका शोक में डूबा है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। एक होनहार शिक्षिका जिसने समाज सेवा की नई शुरुआत की थी, उसकी असमय मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। यह हादसा न केवल एक परिवार की बल्कि पूरे समाज की क्षति है।
कटिहार प्रशासन ने मृतका के परिजनों को सूचित कर दिया है और आश्वासन दिया है कि सरकारी प्रावधानों के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा। वहीं, इलाके में सड़क सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल उठने लगे हैं कि आखिर कब तक ऐसी लापरवाही जानें लेती रहेंगी?
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि सड़क पर जरा सी लापरवाही कितनी बड़ी त्रासदी में बदल सकती है।
