अग्निपथ भर्ती योजना के खिलाफ छात्रों के हंगामा और उपद्रव के बाद पटना के कई कोचिंग संस्थानों के संचालक रडार पर हैं।

पुलिस ने 6 कोचिंग संचालकों पर केस दर्ज किया है। पुलिस के साथ ही अब आयकर विभाग ने भी अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. सोमवार को आयकर विभाग की टीम व पुलिस ने पटना में गुरु रहमान के दो ठिकानों पर छापेमारी की। गुरू रहमान पर छात्रों को भड़काने का आरोप है। इस गंभीर आरोप में गुरू रहमान गिरफ्तार भी हो सकते हैं। आखिर शिक्षक ने ऐसा काम क्यों किया?  पुलिस तमाम बिंदूओं पर जांच कर रही है। बिहार के डीजीपी ने कहा है कि पुलिस का अनुसंधान जारी है। 

बताया जाता है कि गुरु रहमान ने विरोध कर रहे छात्रों को उकसाया था। शिक्षक ने कहा था कि जाकर ट्रेन रोको। पुलिस इसी वीडियो के आधार पर गुरू रहमान पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। 17 जून को हुए उपद्रव के बाद दानापुर थाने में दर्ज केस में गुरू रहमान को अप्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया है.

आयकर विभाग ने लोकल पुलिस के सहयोग से कोचिंग संस्थानों और संचालकों के ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान टैक्स चोरी के बिंदू पर एक-एक कागजात की जांच की. कोचिंग सेंटरों में छात्रों के नामांकन की रसीद, उनसे ली गयी फीस का पूरा ब्योरा आयकर विभाग की टीम ने लिया है. आयकर की टीम ने सोमवार को दोपहर एक बजे से अपना अभियान शुरू किया.

गिरफ्तारी के डर से  गुरु रहमान फरार चल रहे हैं. आज उन्होंने एक वीडियो जारी कर खुद को बेकसूर बताया है। हंगामा को भड़काने के आरोप में फरार चल रहे गुरू रहमान ने वीडियो में कहा कि छात्रों से उन्होंने ट्रेन रोकने की बात कही थी, लेकिन हिंसा करने को नहीं कहा था। गुरु रहमान ने कहा कि अगर उनके खिलाफ सबूत मिलते हैं तो वो सजा भुगतने को तैयार हैं। वहीं बिहार के डीजीपी एस. के. सिंघल से जब कोचिंग संचालकों की भूमिका के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उपद्रव भड़काने में जिनकी भूमिका प्रतीत हो रही है उनके खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई की जा रही।  

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