भागलपुर में अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन ने बड़ी और सख्त कार्रवाई करते हुए सोमवार को स्टेशन चौक पर औचक अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। अचानक हुई इस कार्रवाई से पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। अभियान का नेतृत्व सिटी डीएसपी अजय चौधरी और यातायात डीएसपी संजय कुमार ने किया। उनके साथ नगर निगम के उप नगर आयुक्त, कई थानों के थाना प्रभारी और भारी संख्या में अतिरिक्त पुलिस बल मौजूद था।
सुबह अचानक प्रशासनिक काफिला स्टेशन चौक पहुंचा और बिना किसी पूर्व सूचना के अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई। सड़क और फुटपाथ के किनारे अवैध रूप से दुकान लगाकर बैठे दुकानदारों को तुरंत हटने का निर्देश दिया गया। कार्रवाई के दौरान नियमों का उल्लंघन कर रहे दुकानदारों को कड़ी हिदायत दी गई, वहीं कई दुकानदारों से मौके पर ही जुर्माना वसूला गया। इसके साथ ही, अतिक्रमण कर लगाए गए ठेले, गुमटी और अन्य सामान को जब्त कर लिया गया।
प्रशासन की इस अचानक कार्रवाई से स्टेशन चौक पर कुछ देर के लिए भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। कई दुकानदार अपना सामान समेटते नजर आए, तो कुछ प्रशासन से बहस करते भी दिखे। हालांकि, पुलिस बल की मौजूदगी के कारण स्थिति को जल्द ही नियंत्रित कर लिया गया और अभियान शांतिपूर्ण ढंग से आगे बढ़ाया गया।
अधिकारियों ने बताया कि स्टेशन चौक भागलपुर का सबसे व्यस्त इलाका है, जहां रोजाना भारी संख्या में यात्री और वाहन आते-जाते हैं। सड़क और फुटपाथ पर अतिक्रमण के कारण लगातार जाम की समस्या बनी रहती थी, जिससे आम लोगों, यात्रियों और स्कूली बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। कई बार चेतावनी और नोटिस दिए जाने के बावजूद अतिक्रमण नहीं हटाया गया, जिसके बाद यह सख्त कदम उठाया गया है।
सिटी डीएसपी अजय चौधरी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अतिक्रमण किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सड़क और फुटपाथ आम जनता के लिए हैं, न कि अवैध दुकानों के लिए। वहीं यातायात डीएसपी संजय कुमार ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यातायात व्यवस्था को सुचारू करना और जाम की समस्या से लोगों को राहत दिलाना है।
नगर निगम के उप नगर आयुक्त ने भी दुकानदारों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि भविष्य में दोबारा अतिक्रमण पाया गया, तो और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि आगे भी शहर के अन्य इलाकों में इसी तरह की औचक कार्रवाई जारी रहेगी।
इस कार्रवाई के बाद स्टेशन चौक पर यातायात कुछ हद तक सुचारू नजर आया। प्रशासन का कहना है कि अतिक्रमण मुक्त सड़कें ही सुरक्षित और सुगम शहर की पहचान हैं, और इसके लिए किसी भी स्तर पर सख्ती बरती जाएगी।
