भागलपुर के तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (TMBU) के PG हॉस्टलों में लंबे समय से चल रहे अवैध कब्जे के खिलाफ आज प्रशासन ने कड़ा कदम उठाया। प्रशासनिक और पुलिस टीम ने संयुक्त रूप से हॉस्टल परिसर में प्रवेश कर अभियान की शुरुआत की। इस कार्रवाई का नेतृत्व सदर SDO विकास कुमार, सिटी DSP वन अजय कुमार चौधरी, विश्वविद्यालय की DSW प्रो. अर्चना कुमारी और प्रॉक्टर प्रो. एस.डी. झा ने किया।
सुबह से ही टीम ने एक-एक कमरे की जांच शुरू की। जिन कमरों पर अवैध कब्जा था, उनके ताले तोड़कर विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्वयं नए ताले लगवाए और कमरों पर दोबारा संस्थान का नियंत्रण स्थापित किया। प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई का असर साफ दिखा—कई अवैध रूप से रह रहे विद्यार्थियों ने जांच शुरू होने से पहले ही हॉस्टल छोड़ दिया। इससे कार्रवाई और अधिक सहज व विवाद रहित रही।
अभियान के दौरान पुलिस बल और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पूरी प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। किसी भी तरह के हंगामे या विरोध की स्थिति नहीं बनी, जिससे प्रशासन के इस कदम को बड़ी सफलता मानी जा रही है। विशेष बात यह रही कि छात्र नेताओं ने भी प्रशासन के साथ सहयोग किया और अनुशासन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इससे विश्वविद्यालय प्रबंधन को कार्रवाई करने में काफी सुविधा हुई।
अवैध कब्जा हटाए जाने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि अब से हॉस्टलों में अनुशासनहीनता या नियमों का उल्लंघन बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन ने संकेत दिया है कि आगे भी ऐसे निरीक्षण जारी रहेंगे ताकि हॉस्टलों को बेहतर, सुरक्षित और अनुशासित वातावरण में बदला जा सके।
इस कार्रवाई को विश्वविद्यालय समुदाय एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देख रहा है, जो हॉस्टल व्यवस्था को सुधारने और छात्रों को सुरक्षित माहौल देने की दिशा में अहम साबित होगा।
