विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की भागलपुर शाखा द्वारा एक भव्य और प्रेरणादायक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (JLNMCH) मायागंज स्थित रक्त केंद्र में आयोजित हुआ, जहां बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों, मेडिकल छात्रों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने रक्तदान कर समाज सेवा की मिसाल पेश की।

शिविर का उद्घाटन JLNMCH की अधीक्षक डॉ. रेखा झा, IMA भागलपुर अध्यक्ष डॉ. मृत्युंजय कुमार और एएसआई के राष्ट्रीय पूर्व कॉम सदस्य की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और स्वागत भाषण से हुई, जिसमें रक्तदान के महत्व और सामाजिक उत्तरदायित्व पर प्रकाश डाला गया।
**स्वास्थ्य जांच और सावधानीपूर्ण देखभाल**
शिविर में प्रत्येक रक्तदाता का पंजीकरण, स्वास्थ्य परीक्षण और रक्तदान की पात्रता जांच की गई। योग्य पाए जाने के बाद ही रक्तदान कराया गया। रक्तदान के बाद सभी दाताओं को जलपान प्रदान किया गया और कुछ समय तक चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया, ताकि किसी भी प्रतिकूल प्रतिक्रिया की स्थिति में तत्काल सहायता मिल सके।
**टीमवर्क और सहयोग की अद्भुत मिसाल**
इस आयोजन में कई संगठनों की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली। एमएसएन (मेडिकल स्टूडेंट्स नेटवर्क), जेडीएन (जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क), एएसआई (एनाटॉमिकल सोसायटी ऑफ इंडिया), एनसीसी (नेशनल कैडेट कोर), एनटीपीसी और एम अयुष समेत कई अन्य संगठनों ने शिविर को सफल बनाने में योगदान दिया।
जूनियर IMA सदस्यों ने भी स्वयंसेवकों और रक्तदाताओं के रूप में सक्रिय भूमिका निभाई, जिससे शिविर का संचालन सुव्यवस्थित और प्रभावशाली रहा।
**150 यूनिट से अधिक रक्त संग्रह**
इस शिविर में कुल 150 यूनिट से अधिक रक्त का संग्रह किया गया, जो आने वाले दिनों में ज़रूरतमंद मरीजों के लिए जीवन रक्षक सिद्ध होगा। यह संग्रह न केवल चिकित्सा आपात स्थितियों में सहायता करेगा, बल्कि थैलेसीमिया, दुर्घटना पीड़ितों और गर्भवती महिलाओं जैसे रोगियों के लिए भी उपयोगी होगा।
**जनजागरूकता अभियान भी चला**
IMA द्वारा शिविर के साथ-साथ रक्तदान को लेकर जनजागरूकता अभियान भी चलाया गया, जिसमें बताया गया कि रक्तदान एक सुरक्षित, सरल और अत्यंत उपयोगी प्रक्रिया है, जो किसी की जान बचा सकती है। लोगों को प्रेरित किया गया कि वे नियमित रूप से रक्तदान करें और इस सामाजिक कार्य में भागीदार बनें।
**सामूहिक प्रयास से बना सेवा का मंच**
यह आयोजन सिर्फ एक रक्तदान शिविर नहीं, बल्कि सामूहिक प्रयास से बना सेवा का मंच था, जिसने भागलपुर के नागरिकों में निस्वार्थ सेवा और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को मजबूत किया। सभी संगठनों, अधिकारियों और स्वयंसेवकों ने मिलकर एक सशक्त संदेश दिया कि मानवता की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।
**IMA अध्यक्ष का प्रेरणादायक संदेश**
इस अवसर पर IMA भागलपुर के अध्यक्ष डॉ. मृत्युंजय कुमार ने कहा, “रक्तदान मानवता की सबसे बड़ी सेवा है। हर स्वस्थ व्यक्ति को नियमित रक्तदान करना चाहिए। इस तरह के आयोजन समाज में सकारात्मक सोच और जीवन के प्रति जागरूकता लाते हैं।” उन्होंने रक्तदाताओं और स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह आयोजन भविष्य में और भी बड़े स्तर पर किया जाएगा।
**निष्कर्ष:**
विश्व रक्तदान दिवस के इस पुनीत अवसर पर भागलपुर ने यह साबित कर दिया कि जब संगठन, छात्र, डॉक्टर और आम नागरिक एक साथ आते हैं, तो समाज में बड़ा परिवर्तन संभव है। यह शिविर न केवल रक्तदान का आयोजन था, बल्कि मानवता के लिए एक संदेश था – “रक्तदान करें, जीवन बचाएं।”
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