गोपालपुर, इस्माईलपुर-बिंद टोली तटबंध पर गंगा नदी के कटाव से विस्थापित होकर अतिक्रमण कर रह रहे लोगों पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए सोमवार को बड़ी कार्रवाई की। तटबंध की सुरक्षा व कटाव निरोधी कार्यों में आ रही बाधाओं को देखते हुए प्रशासन ने दो दर्जन से अधिक अतिक्रमणकारियों को हटाकर तटबंध को अतिक्रमण मुक्त करा दिया।
प्रशासन द्वारा कई बार चेतावनी देने के बावजूद अतिक्रमणकारियों ने तटबंध को खाली नहीं किया था। गोपालपुर के अंचलाधिकारी (सीओ) रौशन कुमार ने बताया कि स्पर संख्या आठ और नौ के आसपास रह रहे लोगों को पहले ही कई बार मौखिक और लिखित रूप से तटबंध खाली करने का निर्देश दिया गया था। इसके साथ ही ध्वनि विस्तारक यंत्रों के माध्यम से भी लोगों को सूचना दी गई थी, ताकि वे स्वेच्छा से स्थान खाली कर दें। लेकिन चेतावनियों के बावजूद जब अतिक्रमण जारी रहा, तो जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए कार्रवाई शुरू की।
जिलाधिकारी (डीएम) भागलपुर के निर्देश पर नवगछिया बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता ने तटबंध पर अतिक्रमण करने वाले दो दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करने के लिए स्थानीय थाना में आवेदन दिया। अभियंता ने स्पष्ट किया कि तटबंध की दोनों ओर घर बनाकर रह रहे लोगों के कारण कटाव निरोधी कार्यों में भारी परेशानी हो रही है। बोल्डर और अन्य निर्माण सामग्री लदे वाहनों को आवाजाही में कठिनाई होती है, जिससे दुर्घटना की संभावना भी बनी रहती है।
सोमवार को सीओ रौशन कुमार ने गोपालपुर पुलिस की सहायता से तटबंध क्षेत्र में अतिक्रमण हटवाने की कार्रवाई की। पुलिस बल की उपस्थिति में अतिक्रमणकारियों के बनाए गए अस्थायी आवासों को हटाया गया और तटबंध को पूरी तरह से खाली कराया गया।
प्रशासन की इस कार्रवाई से इलाके में हलचल मच गई है। कुछ लोग प्रशासन के इस कदम को आवश्यक बता रहे हैं, वहीं विस्थापित परिवारों में असंतोष भी देखा गया। स्थानीय प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि तटबंध की सुरक्षा सर्वोपरि है और किसी भी प्रकार के अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रशासन अब आगे की रणनीति पर भी काम कर रहा है ताकि भविष्य में दोबारा अतिक्रमण न हो सके। साथ ही विस्थापित परिवारों के पुनर्वास के लिए भी कदम उठाने की संभावना जताई गई है।