Jआजकल युवाओं में सरकारी नौकरी पाने का जुनून सा देखा जा सकता है सरकारी नौकरी के लिए कई युवा ऐसे हैं जो कई सालों तक मेहनत करते हैं फिर भी किसी कारणवश उन्हें सफलता नहीं मिलती। उन जैसे युवाओं के लिए एक खुशखबरी है सुनने में आ रहा है कि बिहार में अब सरकारी नौकरी पाने के लिए किसी परीक्षा की जरूरत नहीं है और ना ही किसी साक्षात्कार की। आपको बस मैट्रिक का अंक पत्र दिखाना होगा और अगर आपकी अंक 97% से 99% के बीच हुए तो आपको सिरी नौकरी मिलेगी जिसमें ₹18000 वेतन व 3 साल में पदोन्नति भी होगी।
क्या है पूरा मामला जानिए विस्तार से_
डाक विभाग में ग्रामीण डाक सेवकों की बहाली होने जा रही है। जिसमें शाखा डाकपाल और सहायक शाखा डाकपाल के पद पर बहाली होना है। आपको बता दें कि कुल 68 पद ऐसे हैं जो भागलपुर डाक प्रमंडल के अंतर्गत भागलपुर और बांका जिले के हैं, जिन पर सीधी नियुक्ति होनी है। जिसके लिए आवेदकों को ऑनलाइन आवेदन करना है।
कैसे करना है आवेदन_
आनलाइन आवेदन के साथ मैट्रिक का अंक पत्र संलग्न करना है। ग्रामीण डाक सेवक में बहाली के लिए कई ऐसे अभ्यर्थी हैं, जिन्होंने मैट्रिक परीक्षा में 97 से 99 प्रतिशत अंक प्राप्त किया है। डाक विभाग के अधिकारियों के अनुसार मैट्रिक बोर्ड परीक्षा में प्राप्त अंक के आधार पर बहाली होगी। इसके लिए लिखित परीक्षा या फिर साक्षात्कार नहीं देना होगा। आवेदन करने वाले कई युवकों के मैट्रिक में 97 से 99 प्रतिशत तक अंक आए है।
भारत के कई इलाके जैसे राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, पश्चिम बंगाल से मैट्रिक पास के आवेदन के साथ अंक पत्र संलग्न किया गया है, लेकिन संलग्न अंकपत्र में संबंधित बोर्ड का उल्लेख नहीं है। अंक प्रतिशत से प्रमाण पत्र फर्जी होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। इसके लिए ग्रामीण डाक सेवकों की बहाली के नियमों में कुछ बदलाव किए गए हैं। अधिकारी ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में इनकी प्रतिनियुक्ति होगी। 5 घंटे ड्यूटी करनी होगी। 18000 वेतन होगा । 3 साल के बाद क्लर्क में प्रोन्नति हो सकती है।
क्या है नए नियम जानिए_
पहले संबंधित जिला या फिर प्रदेश के युवकों ही आवेदन कर सकते थे, लेकिन नई व्यवस्था के तहत अब देश के किसी भी प्रदेश में आवेदन कर सकते हैं। भागलपुर डाक प्रमंडल के डाक अधीक्षक राम परीखा प्रसाद ने बताया कि आवेदन करने वाले अधिकांश अभ्यर्थियों को मैट्रिक परीक्षा में 97, 98, 99 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। जांच के लिए देश के विभिन्न परीक्षा बोर्ड से अंक पत्र प्रमाण पत्र भेजी जाएगी। सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही बहाली की जाएगी। फर्जी प्रमाण पत्र जमा करने वालों पर कानूनी कार्रवाई होगी।