वीडियो में हरेंद्र ने अपनी शुरुआती पढ़ाई, जीवन के उतार-चढ़ाव, यूपीएससी की तैयारी, एग्जाम और अपनी गर्लफ्रेंड के बारें में कई बातें शेयर की हैं. वह बिहार के गोपालगंज के रहने वाले हैं. उन्होंने कहा, ‘मुखर्जी नगर मूर्खों की नगरी है. मैंने यहां 11 साल में 10 लाख खर्च कर दिए. चार बार इंटरव्यू में फेल हो गया.’

नई दिल्ली. अक्सर देखा जाता है कि गर्लफ्रेंड के चक्कर में पड़कर लड़के अपनी पढ़ाई में पिछड़ जाते हैं. यू-ट्यूब पर ऐसा ही ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में दिल्ली के मुखर्जी नगर में यूपीएससी एग्जाम के लिए कोचिंग कर रहे एक लड़के ने अपनी नाकामयाबी बयां की है. लड़के ने बताया कि वह 11 साल से यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन एग्जाम में फेल हो जाते हैं. जबकि उनकी गर्लफ्रेंड अब एग्जाम क्रैक करके अफसर बन चुकी है.

मुखर्जी नगर के इस वीडियो को शिवम दिवाकर नाम के यू-ट्यूबर ने शेयर किया है. वीडियो में प्रतियोगी शख्‍स ने दावा किया कि वह 11 साल से तैयारी कर रहे हैं, 5 बार UPSC का अटेम्प्ट दे चुके हैं. लेकिन क्रैक नहीं कर पा रहे. यूट्यूबर शिवम दिवाकर ने हरेंद्र पांडेय नाम के UPSC अभ्‍यर्थी से बात की.  हरेंद्र पांडेय वीडियो में बताते हैं, ‘सफल होने के बाद दुनिया बदल जाती है. असफलता वह पाप से जिसे दुनिया कभी माफ नहीं करती है.’

वीडियो में हरेंद्र ने अपनी शुरुआती पढ़ाई, जीवन के उतार-चढ़ाव, यूपीएससी की तैयारी, एग्जाम और अपनी गर्लफ्रेंड के बारें में कई बातें शेयर की हैं. वह बिहार के गोपालगंज के रहने वाले हैं. उन्होंने कहा, ‘मुखर्जी नगर मूर्खों की नगरी है. मैंने यहां 11 साल में 10 लाख खर्च कर दिए. चार बार इंटरव्यू में फेल हो गया.’

हरेंद्र कहते हैं, ’11 साल से यूपीएससी की तैयारी कर रहा हूं. 5 दफा एग्जाम दे चुका हूं. 4 बार बेहतर प्रदर्शन भी रहा. लेकिन किस्मत साथ नहीं देती. सिलेक्शन नहीं हुआ. मेरे साथ कई लोग हैं जो आईपीएस या आईएएस बन चुके हैं. इनमें से कई तो टॉपर भी थे.

हरेंद्र कहते हैं, ‘मेरा दिल भी कभी किसी के लिए धड़का था. लेकिन मैं उसका नाम जाहिर नहीं करना चाहता. एग्जाम क्रैक करके वह सफल हो गई. अब अफसर है. उसके बाद कोई संपर्क नहीं हुआ हमारा.’ हरेंद्र की गर्लफ्रेंड किस कैडर में या जिले में है. इसका उन्होंने जिक्र नहीं किया.

वीडियो में वह आगे कहते हैं, ‘स्कूल के दिनों में पढ़ाई में काफी होशियार था. टॉपर्स में रहा करता था. 2011 में मैं यूपीएससी की तैयारी के इरादे से दिल्ली आ गया. मैं सच कहूं तो शुरुआत में मुझे उतनी जानकारी नहीं होती थी. क्या पढ़ना है और कैसे पढ़ना है. ना कोई गाइड हुआ करता था. कई बार तो लोगों का अप्रोच भी नहीं मिल पाता था. कई बार ऐसा होता है कि कैंडिडेट्स किसी टॉपर के तरीके को कॉपी करने लगते हैं, इससे वो खुद की पहचान खो देते हैं.’

इस वीडियो पर कई तरह के कमेंट्स आ रहे हैं. कई यूजर्स ने हरेंद्र के साथ अपनी संवेदना जाहिर की है, तो कई यूजर्स का कहना है कि आईएएस की परीक्षा देने वालों की अपनी अलग हकीकत होती है.

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