हर चीज की एक सीमा होती है उसी तरह से इंसान भी एक समय के बाद काम करना बंद कर देता है. ऐसे में व्यक्ति को लगता है इस समय भी उसे कुछ पैसे मिलते रहते. ऐसे में सरकारी कर्मचारियों को तो सरकारी पेंशन मिलता है लेकिन जिनके पास नौकरी नहीं है वे क्या करें. उनके लिए कई ऐसी योजनाएं हैं जो बाद में पेंशन के रूप में उन्हें पैसा लौटा देती है. ताकि उनका बुढ़ापा आसानी से कट जाए. ऐसी ही एक योजना है अचल पेंशन योजना. इस योजना ने बिहार में रिकॉर्ड बनाया है.

18 वर्ष की उम्र वाले लोग केवल 42 रुपए हर माह प्रीमियम देकर इस योजना का लाभ ले सकते हैं. यह योजना बिहार में नवंबर 2021 तक आवेदन पंजीकरण के हिसाब से देश के किसी भी राज्य की तुलना में बिहार सबसे आगे निकल गया है. राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के चार लाख 25 हजार से अधिक लोग इस योजना में शामिल हो चुके हैं. देश भर यह संख्या 65 लाख के करीब है. SLBC की रिपोर्ट की माने तो विभिन्न बैंकों में गुजरे साल में दो लाख 74 हजार, नौ सो सात लोग ने अटल पेंशन योजना में पंजीकरण कराया है. उन्हें जोड़ने के बाद इस योजना के कुल लाभार्थियों की संख्या सवा लाख हो गई है. यह किसी एक राज्य का अधिकतम रिकार्ड है.

वहीं अगर हम चालू वित्तीय साल की बात करें तो सितंबर तक प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा के तहत करीब पांच लाख और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत 16 लाख 89 हजार पंजीकरण हुआ है. आपको बता दें कि अटल पेंशन योजना की शुरुआत साल 2015 में हुई थी. बता दें कि 18 साल से 60 साल तक 42 रुपया प्रतिमाह जमा करने पर एक हजार से पांच हजार रुपये तक का प्रावधान है. अगर असामयिक मृत्युहो जाती है तो ऐसी स्थिति में आश्रितों आर्थिक मदद की जाएगी. साथ ही नामिनी को उम्र भर पेंशन भी दिया जाएगा. बता दें कि 18 से 40 साल के लोग इस योजना में निवेश कर सकते हैं. बिहार के लोगों को यह योजना काफी पसंद आई है. इसीलिए तो पूरे देश में यहां सबसे ज्यादा लोगों ने पंजीकरण करवाया है.

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