बिहार संपर्क सुपरफास्ट ट्रेन से छपरा के रास्ते दिल्ली ले जाये जा रहे 31 किलो गांजा को आरपीएफ की टीम ने शुक्रवार को छपरा जंक्शन पर जब्त किया। टीम ने तीन तस्करों को दबोचने में सफलता पाई। तस्कर वैशाली जिले के बताये गये हैं। आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त अमित गुंजन ने छपरा जंक्शन स्थित आरपीएफ पोस्ट पर शुक्रवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बताया कि तस्करों के पास से करीब 31 किलो गांजा जब्त किया गया। जब्त गांजा की कीमत 20 लाख रुपये से अधिक बताई जाती है।

उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना थी कि हाजीपुर में दरभंगा से नई दिल्ली जाने वाली बिहार संपर्क सुपरफास्ट ट्रेन के जनरल कोच से गांजा को लेकर तस्कर जा रहे हैं। इसके बाद आरपीएफ इंस्पेक्टर अनिरुद्ध राय के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। ट्रेन जैसे ही प्लेटफार्म संख्या एक पर पहुंची कि जवानों और आरपीएफ के पदाधिकारी ने पीछे की तरफ जनरल कोच की तलाशी शुरू कर दी। तलाशी के दौरान तीनों तस्कर को गिरफ्तार किया गया और इनके पास से तस्करी के लिए ले जाए जा रहे गांजा को जब्त किया गया।

वैशाली के राघोपुर थाना क्षेत्र के हैं तस्कर

गिरफ्तार तस्करों में वैशाली जिले के राघोपुर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव के रहने वाले अनुराग दास, राजीव कुमार तथा गौतम कुमार शामिल हैं। इसकी तत्काल सूचना जीआरपी थाना अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार को दी गई। तीनों अभियुक्तों को रेल थाना पुलिस को सौंप दिया गया। रेल थाना में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। टीम में सीआईबी के सब इंस्पेक्टर संजय राय, आरपीएफ के एसआई विजय रंजन मिश्रा, हेड कांस्टेबल मर्याद सिंह, सत्य प्रकाश राय, प्रजापति और जवान तथा पदाधिकारी शामिल थे।

ट्रेनों से गांजा की तस्करी पहले से हो रही

ट्रेनों से गांजा की तस्करी पहले से ही तस्कर करते आ रहे हैं। आपको बता दें कि अवध असम एक्सप्रेस, शहीद एक्सप्रेस, सद्भावना एक्सप्रेस, लिच्छवी एक्सप्रेस जैसे ट्रेनों से गांजा की तस्करी करने वाले पहले भी छपरा जंक्शन पर पकड़े जा चुके हैं। समय-समय पर आरपीएफ और रेल पुलिस मादक पदार्थ, प्रतिबंधित कछुआ और शराब को लेकर ट्रेनों में विशेष अभियान चलाती है। एनडीपीएस एक्ट के तहत पहले से भी रेल थाने में कई मामले दर्ज है।

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