अलीगढ़ से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे शहर को स्तब्ध कर दिया है। यहां एक निजी स्कूल के 24 वर्षीय शिक्षक और उसी स्कूल की 14 वर्षीय छात्रा ने एक ओयो होटल में ज़हर खाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना प्रेम संबंधों में पाबंदियों और सामाजिक दबावों के दर्दनाक अंजाम को दर्शाती है।
मामला अलीगढ़ के खेरेश्वर पुलिस चौकी क्षेत्र का है, जहां सोमवार 5 मई की शाम एक ओयो होटल के कमरे नंबर 204 से दो शव बरामद हुए। पुलिस को शाम करीब 6 बजे डायल-112 पर सूचना मिली थी कि एक युवक और एक किशोरी बेहोशी की हालत में पाए गए हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि दोनों की हालत गंभीर है और कमरे में ज़हर की एक बोतल भी मौजूद थी। दोनों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मृतक युवक की पहचान ज्वालाजीपुरम निवासी के रूप में हुई है, जो एक निजी स्कूल में अध्यापक था। वहीं, मृतका उसी स्कूल की कक्षा 8 की छात्रा थी। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच प्रेम संबंध स्कूल में ही पढ़ाई के दौरान शुरू हुए। छात्रा बाद में उस शिक्षक से ट्यूशन भी लेने लगी, जिससे दोनों की नज़दीकियां और बढ़ गईं।
लगभग तीन महीने पहले जब यह रिश्ता दोनों के परिजनों को पता चला, तो उन्होंने कड़ा ऐतराज जताया। छात्रा की ट्यूशन बंद करवा दी गई और स्कूल प्रशासन ने भी सख्ती बढ़ा दी। शिक्षक के परिवार ने भी उसे समझाने की कई कोशिशें कीं। लेकिन बावजूद इसके, दोनों चोरी-छिपे स्कूल में ही एक-दूसरे से मिलते रहे।
परिजनों का कहना है कि उन्होंने दोनों को बहुत समझाया, रिश्ते को खत्म करने की कोशिश की, लेकिन न तो शिक्षक माना, न ही छात्रा। दोनों अपनी जिद पर अड़े रहे। आखिरकार सोमवार को दोनों ने एक ऐसा कदम उठाया, जिसने परिवारों की दुनिया उजाड़ दी।
पुलिस जांच में पता चला है कि छात्रा सोमवार सुबह स्कूल के लिए घर से निकली थी, लेकिन स्कूल पहुंचने के बाद शिक्षक उसे लेकर होटल चला गया। दोनों सुबह 8:40 बजे होटल में पहुंचे और वहीं कमरा नंबर 204 में ठहरे रहे। होटल स्टाफ को किसी तरह का शक नहीं हुआ, क्योंकि युवक की उम्र और पहचान के आधार पर उन्हें कमरे की अनुमति मिल गई थी।
पुलिस ने होटल के सीसीटीवी फुटेज जब्त कर लिए हैं और होटल कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है। कमरे से ज़हर की बोतल और कुछ निजी सामान बरामद हुए हैं। पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन प्रारंभिक जांच में मामला प्रेम संबंधों में असफलता और सामाजिक दबाव का लग रहा है।
घटना की जानकारी मिलते ही जब परिजन होटल पहुंचे, तो वहां कोहराम मच गया। शिक्षक के पिता ने कहा, “हमने उसे बहुत समझाया कि वह अपनी हद में रहे, लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी। आज उसका फैसला हम सबकी ज़िंदगी तबाह कर गया।” छात्रा की मां का रो-रोकर बुरा हाल था। वह बार-बार यही कह रही थीं कि उन्होंने अपनी बेटी को इस रिश्ते से निकालने की हर मुमकिन कोशिश की थी।
एएसपी-सीओ प्रथम मयंक पाठक ने बताया कि दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि परिवारों से पूछताछ की जा रही है और स्कूल प्रशासन से भी जानकारी ली जा रही है।
यह घटना न केवल एक सामाजिक चेतावनी है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि किशोर उम्र के बच्चों के साथ संवाद और मार्गदर्शन कितना जरूरी है। साथ ही, शिक्षकों के आचरण और जिम्मेदारियों पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।
