बिहार के मुंगेर की एक बूढ़ी माई का दर्द उनकी उम्र के हिसाब से बहुत बड़ा है। मिलने वाली पेंशन भी बहू छीन लेती है और दो वक्त की रोटी भी उन्हें नहीं देती। माई फरियाद लेकर जब पहुंची तो लोग ईश्वर की तरफ देखने लगे।
मुंगेर : सदर बाजार के खलासी मोहल्ला निवासी दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी की पत्नी शकुंतला देवी ने आदर्श थाना जमालपुर पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस के समक्ष महिला ने बहू पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। बुजुर्ग महिला ने थाना पहुंचकर सभी बहू की प्रताड़ना की कहानी सुनाई तो थोड़े देर के लिए थाना में उपस्थित पुलिस पदाधिकारी व जवान सोचने पर मजबूर दिखे।
उपस्थित पुलिस पदाधिकारी व जवान सोचने पर मजबूर दिखे।
स्वतंत्रता सेनानी की पत्नी ने रोते हुए कहा कि सब कुछ रहते हुए वह दो जून की रोटी के लिए मोहजात है। पेंशन की राशि जो भी मिलती है वह बेटे की सहमति से बहू ले लेती है। पेंशन की राशि से बेटा-बहू अपनी जरूरतों को पूरा करता है, लेकिन दो वक्त का भोजन भी नहीं देता है। बुजुर्ग महिला ने थाना में पूरी आपबीती सुनाई। महिला की शिकायत को गंभीरता से सुनते हुए दारोगा रंजीत कुमार ने तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश सदर बाजार फाड़ी की पुलिस को दिया है। पुलिस ने कार्रवाई करने का आश्वासन महिला को दिया। इसके बाद महिला थाना से घर के लिए निकली। महिला के जाने के बाद भी पुलिस कर्मी इसकी चर्चा करते दिखे।
*प्रताड़ना की शिकार होकर स्वतंत्रता सेनानी की पत्नी शकुंतला देवी पहुंची थाना
* महिला की फरियाद सुनकर पुलिस कर्मी भी रह गए सकते में, दिया आश्वासन
मुंगेर पुलिस ने दिया मानवता का परिचय
धरहरा प्रखंड के मानगढ़ स्थित ससुराल में रहने वाले अशोक मांझी की मौत सड़क हादसे में घायल होने के बाद इलाज के दौरान हुई। दिवंगत अशोक की पत्नी गोलकी देवी ने बताया कि सात नवंबर की शाम काम से घर लौटने के क्रम में चार पहिया वाहन के धक्के से धरहरा के पास पति घायल हुए थे। घायलावस्था में पति को धरहरा पुलिस इलाज के लिए मुंगेर सदर अस्पताल लेकर पहुंची। जहां चिकित्सक ने बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया। पटना के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। इस बीच गुरुवार को पति ने दम तोड़ दिया।
पत्नी ने पुलिस कस्टडी की बात से इन्कार किया है। धरहरा थानाध्यक्ष रोहित कुमार सिंह ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम पटना में कराया गया है। शुक्रवार की सुबह सिंघिया घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि पत्नी गोलकी देवी ने दी।गोलकी देवी के दो पुत्र और दो पुत्री है। पुलिस अधीक्षक जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि सड़क हादसे की सूचना पर धरहरा पुलिस ने अशोक मांझी को जख्मी हालत में इलाज के लिए ले गई। गरीब और आर्थिक स्थिति से कमजोर होने के कारण पुलिस ने मानवता का परिचय देते हुए इलाज कराया। पुलिस कस्टडी और गिरफ्तारी जैसी कोई बात नहीं है। परिवार वालों ने भी पुलिस को फर्द बयान में सड़क हादसे मेंं घायल होने के बाद इलाज के दौरान मौत की बात कही है।