कार्य स्थल पर नहीं है योजना से संबंधित कोई बोर्ड
सहरसा जिला जहाँ बिहार सरकार विकास के लिए कड़़ोरो की योजना बनाई जाती है लेकिन भ्रष्ठ कर्मी के कारण सहरजमी पे नाम मात्र ही उतर पाती है इसी कड़ी में टीपीडीएस गोदाम के पहुंच पथ के एवं गोदाम परिसर में लाखो की लागत से पिचिंग कार्य कराया जा रहा हैं।लेकिन निर्माण कार्य की संबंधित विभाग द्वारा देखरेख नहीं होने के कारण कार्य एजेंसी के संवेदक द्वारा निर्माण कार्य में घटिया एवं तीन नंबर ईट का प्रयोग किया जा रहा है।गोदाम पर कार्यरत मजदूरों का कहना है कि वर्षों से हमलोग परेशानी झेल रहे थे।

हमेशा लगा रहता टीपीडीएस गोदाम पर चार चक्का वाहन से लेकर 16 चक्का खाद्यान्न लॉड वाहन का आना-जाना
सड़क गोदाम तक पहुंच पथ के लिए सड़क तो अब बन रही है।लेकिन निर्माण कार्य में तीन नंबर ईट का जो उपयोग कर रहा है।इस पर अभी या बाद में खाद्यान्न लोड वाहन चढ़ते ही सड़क फिर से धूल में तब्दील हो जाएगा। टीपीडीएस के वाहन चालक की माने तो टीपीडीएस गोदाम पर चार चक्का वाहन से लेकर 16 चक्का खाद्यान्न लॉड वाहन का आना-जाना हमेशा लगा रहता है।इस हिसाब से गुणवत्तापूर्ण एवं मजबूत सड़क की जरूरत है।
गुणवत्ता विहीन कार्य देखते हुए पर भी लोग विभाग से शिकायत करने में असमर्थ
वहीं कार्यस्थल पर संवेदक द्वारा योजना से संबंधित किसी प्रकार का बोर्ड नहीं लगाने के कारण कार्य एजेंसी का नाम एवं प्राक्कलन की राशि सहित अन्य जानकारियां लोगों को उपलब्ध नहीं हो रहा है।जिससे गुणवत्ता विहीन कार्य देखते हुए पर भी लोग विभाग से शिकायत करने में असमर्थ हैं।

उपस्थित जेई ज्ञानेंद्र राय कुछ भी बताने से किया इंकार
जबकी योजना में पारदर्शिता एवं गुणवत्ता कार्य के लिए सरकारी निर्देश अनुसार योजना प्रारंभ करने से पूर्व कार्यस्थल पर योजना से संबंधित बोर्ड लग वह इस मामले में मौके पर उपस्थित जेई ज्ञानेंद्र राय से जब इस बारे में जानकारी ली गई तो वह कुछ भी बताने से इंकार कर दिया जबकि गुणवत्तापूर्ण कार्य करने के लिए सरकार के द्वारा जी को नियुक्त किया गया है ताकि वह सही काम करवाए लेकिन जब यही ही करप्ट हो तो फिर क्या सही काम हो पाएगा