बिहार के भागलपुर में फ्लू की चपेट में बच्चे एवं वयस्क। यहां पीडि़तों की संख्या 30 से 40 फीसद बढ़ गई है। छींक आना गले में खरास खांसी बुखार हुआ है तो संभल जाइए। वर्षा में भींगने पर भी फ्लु होता है।
भागलपुर। पिछले दो सप्ताह से बच्चे से लेकर वयस्क तक फ्लू की चपेट में आ रहे हैं। 20 से 30 फीसद मरीजों में बढ़ोतरी हुई है। मौसम परिवर्तन की वजह से इंफ्युलूंजा वायरस सक्रिय होता है। जिन लोगों को मौसम परिवर्तन से एलर्जी होता है उनके फ्लु से पीडि़त होने की संख्या ज्यादा है। अस्पताल हो या क्लीनिक प्रतिदिन 30 से 40 बच्चे और वयस्कों का इलाज किया जाता है। दूसरी तरफ दवा की बिक्री भी 20 फीसद बढ़ी है। फलु की जांच की सुविधा नहीं है। लक्षण के आधार पर चिकित्सक दवा देते हैं।
सदर अस्पताल में पदस्थापित डा. आरपी जायसवाल ने कहा कि मौसम परिवर्तन होने से जिन लोगों को एलर्जी है वे फ्लु से पीडि़त ज्यादा होते हैं। अस्पताल हो या क्लीनिक दो सप्ताह में मरीजों की संख्या 30 से 40 फीसद तक बढ़ी है। दो सप्ताह पहले 10 से 15 फीसद मरीज इलाज करवाने आते थे। लगातार छींक आना, गले में खरास, खांसी, बुखार होना इसके लक्षण हैं। इसके अलावा सिर और शरीर में दर्द भी होता है। वर्षा में भींगने पर भी फ्लु होने की संभावना ज्यादा रहती है।
जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज अस्पताल शिशु विभाग के सह प्राध्यापक डा. खलील अहमद ने कहा कि 15 से 20 फीसद बच्चे भी फ्लु की चपेट में है। वायरस कल्चर की जांच की सुविधा नहीं है। अत: लक्षण के आधार पर ही दवा दी जाती है।
ये सावधानी बरतें
छींकने के पहले कपड़ा नाक पर रख लें। क्योंकि यह संक्रामक बीमारी है, दूसरे भी फ्लु से पीडि़त हो सकते हैं। ठंडा पानी नहीं पीएं, आइसक्रीम नहीं खाएं, हल्का गर्म पानी पीना फायदेमंद है। विटामिन सी, बी कम्पलेक्स दवा सेवन से भी राहत मिलेगी। शारीरिक दूरी का पालन करना चाहिए। साथ ही बीमार व्यक्ति को मास्क लगाना चाहिए, ताकि दूसरे संक्रमित नहीं हो सकें। हल्का गर्म पानी पीने से भी राहत मिलेगी।
दवा की बिक्री बढ़ी
जिला केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष घनश्याम कोटरीवाल ने कहा कि सर्दी, खांसी और बुखार की दवा की बिक्री 10 से 15 फीसद बढ़ी है।