आनंद विहार से कामाख्या जा रही नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रैक (पटरी) की गड़बड़ी से रघुनाथपुर में दुर्घटनाग्रस्त हुई। रेलवे के अफसरों की संयुक्त प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। इसरिपोर्ट में इस दुर्घटना के पीछे इंजीनियरिंग विभाग की लापरवाही बताई गई है। जिस जगह हादसा हुआ वहां पटरियां तहस-नहस पाई गईं। डेटा लॉगर और स्पीडोमीटर की जांच में हादसे के वक्त ट्रेन की गति 112 किमी प्रतिघंटे थी। यही वजह रही कि ट्रेन के इंजन समेत सभी बोगियां ताश के पत्तों की तरह छिटक कर पटरी से उतर गईं।

वहीं, दुर्घटना के बाद गठित संयुक्त जांच कमेटी ने ट्रेन मैनेजर (गार्ड) विजय कुमार, ऑनड्यूटी स्टेशन मास्टर नित्यांनद कुमार, प्वाइंटमैन विशाल कुमार, गेट मैन नंदकिशोर सिंह, लोको पायलट बिपिन कुमार और असिस्टेंट लोको पायलट राजेश कुमार का बयान लिया। इसके आधार पर पाया कि हादसे की वजह ट्रैक में गड़बड़ी है। इसके साथ ही रिपोर्ट में घटना का समय रात नौ बजकर 51 मिनट बताया गया है।

इसके साथ ही साथ नार्थ इस्ट ट्रेन हादसे में रेलवे को करीब 52 करोड़ 20 लाख से अधिक रुपये का नुकसान हुआ है. इनमें 21 कोच के अलावा अन्य राशि को जोड़ का आंकड़ा जारी किया गया है। यह आंकड़ा निरीक्षण को आये सीआरएस व रेलवे बोर्ड की संयुक्त टीम ने जारी किया है। सीआरएस की जांच अभी जारी है ऐसे में रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद रेल मंडल व जोन के कई अफसरों पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है।

आपको बताते चलें कि, बक्सर के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास बुधवार की देर रात हुए रेल हादसे की जांच के लिए रेलवे बोर्ट की टीम पहुंची। इस टीम में रेलवे बोर्ड के कई बड़े अधिकारी शामिल है।यह टीम रघुनाथपुर जाकर नॉर्थ ईस्ट रेल हादसे की जांच कर रही है । रेलवे बोर्ड ने हादसे की जांच के लिए इस टीम का गठन किया है। जांच के बाद यह टीम रेलवे बोर्ड को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

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