झारखंड की राजधानी **रांची** से एक बड़ी खबर सामने आई है। नगड़ी थाना क्षेत्र स्थित *द एवेन्यू रिसॉर्ट* में मंगलवार की देर रात पार्टी के दौरान ताबड़तोड़ फायरिंग की घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। इस मामले में रांची पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जिला परिषद सदस्य **पूनम देवी** के पति **बजरंग महतो** समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार, मंगलवार की रात बजरंग महतो अपने कुछ साथियों के साथ नगड़ी थाना क्षेत्र के *द एवेन्यू रिसॉर्ट* में पार्टी कर रहे थे। पार्टी के दौरान शराब और शोर-शराबे का माहौल था। इसी बीच नशे में धुत बजरंग महतो और उसके साथियों ने वर्चस्व दिखाने के उद्देश्य से **तीन अलग-अलग हथियारों से हर्ष फायरिंग** शुरू कर दी। गोलियों की आवाज से आसपास अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान रिसॉर्ट के कर्मचारी और आस-पास के लोग दहशत में आ गए और कई लोग अपनी जान बचाने के लिए भाग खड़े हुए।
इसी बीच किसी व्यक्ति ने घटना की जानकारी **रांची के एसएसपी राकेश रंजन** को दी। सूचना मिलते ही एसएसपी ने नगड़ी थाना प्रभारी और दलादिली ओपी प्रभारी को तुरंत मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया। पुलिस की टीम कुछ ही देर में घटनास्थल पर पहुंच गई और फायरिंग में शामिल लोगों से पूछताछ शुरू की।
मौके से पुलिस ने **दो बंदूकें और एक पिस्टल** जब्त की हैं। साथ ही **7.65 मिमी के चार खोखे** और **12 बोर कारतूस के प्लास्टिक ऊपरी भाग** भी बरामद किए गए हैं। पुलिस ने रिसॉर्ट के **सीसीटीवी फुटेज** भी खंगाले, जिसमें साफ तौर पर देखा गया कि बजरंग महतो और उसके साथी हथियार लहराते हुए गोलियां चला रहे थे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस तरह की फायरिंग से इलाके की **शांति व्यवस्था को गंभीर खतरा** उत्पन्न हुआ। यही वजह रही कि पुलिस ने इस मामले में तत्काल और सख्त कार्रवाई की। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां से सभी को **न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया**।
रांची पुलिस ने कहा है कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाए जाएंगे, जो सार्वजनिक स्थानों पर इस तरह की आपराधिक हरकतों से कानून व्यवस्था को चुनौती देने की कोशिश करेंगे। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि हथियारों के लाइसेंस वैध हैं या नहीं, और फायरिंग में इस्तेमाल किए गए हथियार कहां से लाए गए।
इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि इस तरह के प्रभावशाली लोग जब खुलेआम हथियार चलाते हैं, तो आम जनता की सुरक्षा पर सवाल खड़ा हो जाता है। वहीं, पुलिस प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि **रांची को अपराधमुक्त बनाने के लिए अभियान चलाया जाएगा**, और ऐसे तत्वों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
