बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग (BPSSC) द्वारा स्टेनो दारोगा के 305 पदों के लिए चल रही बहाली प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार किया गया है। आयोग ने हाल ही में लिखित परीक्षा और पात्रता जांच परीक्षा के बाद कुल 69 अभ्यर्थियों का अंतिम रूप से चयन किया है। इन चयनित अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों एवं अभिलेखों की जांच 23 मई 2025 को पटना स्थित आयोग के कार्यालय में की जाएगी।
आयोग के विशेष कार्य पदाधिकारी द्वारा जारी एक सार्वजनिक सूचना के अनुसार, इस बहाली प्रक्रिया के तहत 14 दिसंबर 2024 को रिक्तियों का विज्ञापन प्रकाशित किया गया था। इसके बाद 23 फरवरी 2025 को लिखित परीक्षा आयोजित की गई। इस परीक्षा में हजारों उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया। आयोग ने लिखित परीक्षा में सफल हुए उम्मीदवारों में से आरक्षण कोटे के अनुसार रिक्तियों के छह गुणा अर्थात 1830 अभ्यर्थियों को अगली चरण की पात्रता जांच परीक्षा में शामिल होने के लिए चयनित किया।
हालांकि, पात्रता जांच परीक्षा में बुलाए गए 1830 उम्मीदवारों में से केवल 1132 ही परीक्षा में उपस्थित हुए, जबकि शेष 698 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। उपस्थित अभ्यर्थियों में से 1099 ने कंप्यूटर आधारित जांच परीक्षा दी। वहीं, 33 अभ्यर्थियों ने अपनी दिव्यांगता के आधार पर विमुक्ति का दावा प्रस्तुत किया। सभी उम्मीदवारों की योग्यता, कंप्यूटर दक्षता, आरक्षण से जुड़ी श्रेणियों तथा अन्य जरूरी पहलुओं की गंभीरता से जांच की गई।
इन सभी प्रक्रियाओं के बाद आयोग ने अंततः 69 अभ्यर्थियों को स्टेनो दारोगा पद के लिए चयनित किया है। यह चयन पूरी पारदर्शिता, निष्पक्षता और योग्यता के आधार पर किया गया है। चयनित अभ्यर्थियों को अब 23 मई को होने वाली दस्तावेज़ सत्यापन प्रक्रिया में भाग लेना होगा, जिसके पश्चात उनकी नियुक्ति प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जाएगा।
बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग द्वारा अपनाई गई यह चयन प्रक्रिया राज्य के युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने की दिशा में एक अहम कदम है। साथ ही, इससे पुलिस बल में दक्ष एवं योग्य कर्मचारियों की बहाली सुनिश्चित होगी, जो कानून व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
इस पूरी प्रक्रिया ने यह सिद्ध कर दिया है कि योग्य अभ्यर्थियों को उचित मंच प्रदान करने में आयोग की भूमिका न केवल निर्णायक है, बल्कि राज्य प्रशासन की पारदर्शिता की मिसाल भी है।