गोपालपुर प्रखंड के उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय, तिरासी में सोमवार को दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले दो छात्रों के बीच मामूली विवाद गंभीर रूप ले बैठा। घटना में एक छात्र घायल हो गया, जबकि दूसरे छात्र को उसके सहपाठी के परिजन जबरन घर ले जाकर पीटने लगे। पूरा मामला अब पुलिस के संज्ञान में आ गया है और विद्यालय प्रशासन ने भी घटना की लिखित जानकारी थाना को सौंप दी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार दूसरी कक्षा के छात्र अंकित कुमार, पिता अनिल कुमार और रविश कुमार, पिता माखन साह के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। देखते ही देखते दोनों में हाथापाई शुरू हो गई। इस दौरान अंकित कुमार के सिर में गंभीर चोट लग गई और उसके सिर से खून बहने लगा। स्थिति को गंभीर देखते हुए विद्यालय के शिक्षक उसे तत्काल पास के एक निजी चिकित्सक के पास लेकर गये और उसका प्राथमिक उपचार करवाया।

इधर, घटना की जानकारी जब अंकित के पिता अनिल कुमार को मिली तो वे तुरंत विद्यालय पहुंचे। विद्यालय में शिक्षकों ने उन्हें स्थिति की जानकारी दी और शांत रहने को कहा, लेकिन वे उत्तेजित हो उठे और शिक्षक की अनुमति के बिना ही रविश कुमार को जबरन उठा कर अपने घर ले गये। वहां ले जाकर उन्होंने रविश की जमकर पिटाई कर दी, जिससे वह भी घायल हो गया।

इसकी जानकारी जब रविश के पिता माखन साह को मिली तो उन्होंने तुरंत 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचित किया। साथ ही उन्होंने अपने बेटे का इलाज भी गांव के ही एक निजी चिकित्सक से शुरू करवाया। 112 की पुलिस तत्काल विद्यालय पहुंची और मामले की जानकारी जुटाई। पुलिस ने प्रधानाध्यापक से लिखित में पूरी घटना की जानकारी देने को कहा ताकि मामले की विधिवत जांच की जा सके।

विद्यालय के प्रधानाध्यापक रूपेश कुमार सिंह ने बताया कि घटना के समय वे विद्यालय परिसर में ही आयोजित मशाल खेलकूद प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में शामिल थे। जैसे ही उन्हें घटना की जानकारी मिली, वे तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और घायल छात्रों के इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित की। उन्होंने बताया कि घटना की वस्तुस्थिति की जानकारी लिखित रूप में गोपालपुर थानाध्यक्ष को दे दी गई है।

इस घटना से विद्यालय में पढ़ रहे अन्य छात्रों और उनके अभिभावकों में भी चिंता का माहौल है। विद्यालय प्रशासन ने भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतने का आश्वासन दिया है। वहीं पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों पर कार्रवाई की बात कह रही है।

विद्यालय में बच्चों की सुरक्षा को लेकर यह घटना कई सवाल खड़े करती है। अभिभावकों, शिक्षकों और प्रशासन सभी को मिलकर ऐसे माहौल को नियंत्रित करना होगा, जिससे बच्चों की शिक्षा बाधित न हो और उनका मानसिक व शारीरिक विकास सुरक्षित वातावरण में हो सके।

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