औरंगाबाद के कार्यपालक अभियंता घूस लेते गिरफ्तार किए गए हैं. विजिलेंस की टीम ने कार्यपालक अभियंता के आवास पर छापेमारी की. जिसमें से भारी मात्रा में नकद, ज्वेलरी बरामद हुआ है. राजेश कुमार सुमन ग्रामीण कार्य प्रमंडल औरंगाबाद को भी 10,000 रुपये घूस लेते गिरफ्तार किया गया है.
पटना: राजधानी पटना में निगरानी विभाग को बड़ी सफलता मिली है. निगरानी विभाग की टीम के द्वारा कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य प्रमंडल औरंगाबाद अरुण कुमार को 50,000 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किया गए अभियंता के आवास पर छापेमारी की गई. विजिलेंस की टीम ने कार्यपालक अभियंता के आवास पर छापेमारी की. जिसमें से भारी मात्रा में नकद, ज्वेलरी, पासबुक और दस्तावेज बरामद हुआ है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 5 लाख रुपए कैश लगभग 1 किलो सोना मिला है. विजिलेंस मामले की जांच कर रही है.
कार्यपालक अभियंता घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार: वहीं, राजेश कुमार सुमन ग्रामीण कार्य प्रमंडल औरंगाबाद को भी 10,000 रुपये घूस लेते गिरफ्तार किया गया है जिसके बाद निगरानी अन्वेषण ब्यूरो द्वारा इस पूरे मामले का सत्यापन कराया गया एवं सत्यापन के क्रम में आरोपी अरुण कुमार एवं राकेश कुमार द्वारा रिश्वत मांगे जाने का प्रमाण पाया गया. प्रमाण पाए जाने के बाद आज डीएसपी सुरेंद्र कुमार मौजार के नेतृत्व में टीम गठित कर दोनों आरोपी के पास से कुल ₹60,000 रिश्वत के रकम के साथ गिरफ्तार किया गया है.
दो अभियंता गिरफ्तार: निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के मुख्यालय की टीम के द्वारा निगरानी थाना कांड संख्या 22/2022 अंतर्गत यह कार्रवाई की गई है. दरअसल परिवादी गोपाल कुमार सिंह पिता कृष्णा कुमार 27 अप्रैल को शिकायत दर्ज कराया गया था कि आरोपी अरुण कुमार कार्यपालक अभियंता के और राजेश कुमार के द्वारा ग्रामीण पथ निर्माण का कराया गया. कार्य का भुगतान एवं कार्य अवधि विस्तार के लिए रिश्वत की मांग की जा रही है.