छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक महिला डीएसपी पर लगाए गए गंभीर आरोपों ने पुलिस विभाग की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं। खम्हारडीह थाना क्षेत्र में एक कारोबारी ने डीएसपी कल्पना वर्मा पर प्यार के नाम पर ठगी और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया है। मामला सामने आते ही पुलिस मुख्यालय ने भी इसका संज्ञान लेते हुए जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है।

 

आरोपी कारोबारी दीपक टंडन ने दावा किया कि उनकी मुलाकात डीएसपी कल्पना वर्मा से वर्ष 2021 में हुई थी। आरोप है कि बातचीत और नजदीकियां बढ़ने के बाद डीएसपी ने उनसे शादी का वादा किया और इसी बहाने लाखों–करोड़ों रुपये तथा कीमती सामान लेती रहीं। कारोबारी के अनुसार, डीएसपी को बीते तीन सालों में 2 करोड़ रुपये से अधिक की नकद राशि दी गई, साथ ही 12 लाख रुपये की हीरे की अंगूठी, 5 लाख रुपये की सोने की चेन और 1 लाख रुपये का ब्रेसलेट भी दिया गया।

 

इतना ही नहीं, दीपक टंडन का कहना है कि उन्होंने डीएसपी को एक इनोवा क्रिस्टा कार भी भेंट की थी। कारोबारी ने खम्हारडीह थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है और अपने आरोपों के समर्थन में व्हाट्सऐप चैट, CCTV फुटेज और अन्य तकनीकी साक्ष्य पुलिस को सौंपे हैं। टंडन ने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने आगे और पैसे देने से मना किया, तो डीएसपी ने उन्हें फर्जी मामलों में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दी।

 

उधर, डीएसपी कल्पना वर्मा ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा है कि यह सब उन्हें बदनाम करने की साज़िश है। उन्होंने बयान जारी कर स्पष्ट किया कि लगाए गए आरोप निराधार, झूठे और तथ्यहीन हैं। डीएसपी का कहना है कि वे किसी भी जांच का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और उनकी छवि खराब करने की कोशिश सफल नहीं होगी।

 

फिलहाल, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लेते हुए विभागीय और कानूनी जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी। इस मामले ने रायपुर पुलिस प्रशासन में हलचल मचा दी है, और विभाग की छवि पर भी सवाल उठने लगे हैं। अब सभी की निगाहें जांच परिणाम पर टिकी हैं।

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