बिहार में अपराधियों के हौसले लगातार बुलंद होते जा रहे हैं। पुलिस की सख्ती और लगातार हो रही कार्रवाईयों के बावजूद अपराधी बेखौफ नजर आ रहे हैं। ताजा मामला वैशाली जिले से सामने आया है, जहां गुरुवार देर रात पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई। घटना सदर थाना क्षेत्र के दिघी कला पूर्वी माली टोला की है। मुठभेड़ में एक कुख्यात अपराधी के पैर में गोली लगी, जबकि उसका एक साथी मौके से गिरफ्तार कर लिया गया।

**गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई**
दरअसल, वैशाली पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि रंगदारी और गोलीबारी के कई मामलों में वांछित अपराधी राजीव माली अपने साथी प्रमोद कुमार के साथ अपने घर पर मौजूद है। सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस ने स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की मदद ली और संयुक्त रूप से इलाके की घेराबंदी कर दी। यह कार्रवाई पूरी तरह से पूर्व नियोजित थी, ताकि अपराधियों को भागने का कोई मौका न मिल सके।
**अपराधियों की ओर से शुरू हुई फायरिंग**
पुलिस की घेराबंदी की भनक लगते ही घर में मौजूद दोनों अपराधियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी मोर्चा संभाला। इस दौरान मुठभेड़ में मुख्य आरोपी राजीव माली को दाहिने पैर के घुटने में गोली लगी। वहीं उसका साथी प्रमोद कुमार पुलिस की गिरफ्त में आ गया। प्रमोद को मौके पर ही दबोच लिया गया, जबकि घायल राजीव को तत्काल इलाज के लिए सदर अस्पताल, हाजीपुर ले जाया गया। वहां से प्राथमिक इलाज के बाद उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे पीएमसीएच, पटना रेफर कर दिया गया।
**घटनास्थल से हथियार बरामद**
मुठभेड़ समाप्त होने के बाद पुलिस ने घटनास्थल की तलाशी ली। इस दौरान एक पिस्टल और एक खोखा बरामद किया गया है। एसपी ललित मोहन शर्मा ने बताया कि राजीव माली पर सदर थाना क्षेत्र में रंगदारी और गोलीबारी के कई गंभीर मामले दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस की यह कार्रवाई अपराधियों को कानून के शिकंजे में लाने की दिशा में एक बड़ी सफलता है।
**प्रमोद कुमार के आपराधिक इतिहास की जांच**
वहीं गिरफ्तार आरोपी प्रमोद कुमार से पूछताछ की जा रही है। पुलिस उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि खंगालने में जुटी है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि वह किन-किन मामलों में शामिल रहा है और राजीव माली के साथ उसका कितना पुराना आपराधिक गठजोड़ रहा है।
**एसपी ने दी सख्त कार्रवाई की चेतावनी**
घटना के बाद वैशाली एसपी ललित मोहन शर्मा ने साफ कहा कि अपराधी कितना भी बड़ा क्यों न हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस की अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी रहेगी और आम लोगों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।
**निष्कर्ष**
वैशाली की यह मुठभेड़ घटना यह दर्शाती है कि पुलिस अब अपराधियों को बख्शने के मूड में नहीं है। लेकिन यह भी सच्चाई है कि अपराधियों के मन से पुलिस का डर धीरे-धीरे खत्म होता नजर आ रहा है। ऐसे में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए और भी कड़े कदम उठाने की जरूरत है, ताकि बिहार में आमजन खुद को सुरक्षित महसूस कर सके।
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