भागलपुर: भागलपुर के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में काम करने वाले ड्रेसर, वार्ड अटेंडेंस, तकनीशियन और डाटा ऑपरेटरों ने अस्पताल प्रबंधन द्वारा उनकी सेवाएं समाप्त करने की घोषणा के बाद अस्पताल परिसर में धरना प्रदर्शन किया। कर्मचारी इस फैसले से नाराज हैं और उन्होंने अपनी मांगों को लेकर विरोध जताया।
जानकारी के अनुसार, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की शुरुआत के समय अंतरा कंपनी के माध्यम से इन कर्मियों को सेवा प्रदान की जा रही थी। लेकिन हाल ही में अस्पताल प्रबंधन ने यह घोषणा की कि अब अस्पताल अंग विकास परिषद कंपनी से सेवाएं प्राप्त करेगा। इस बदलाव के चलते पहले से कार्यरत कर्मियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।
इस निर्णय से प्रभावित कर्मचारियों ने अस्पताल परिसर में धरना शुरू कर दिया और अपने अधिकारों की रक्षा करने की मांग की। धरना प्रदर्शन में बड़ी संख्या में ड्रेसर, वार्ड अटेंडेंस, तकनीशियन और डाटा ऑपरेटर शामिल हुए। कर्मचारियों ने कहा कि उनका लंबे समय से अस्पताल में योगदान रहा है और अचानक उनकी सेवाओं को समाप्त करना अनुचित है।
धरना प्रदर्शन के बाद नोडल पदाधिकारी डॉक्टर महेश कुमार मौके पर पहुंचे और कर्मचारियों से बातचीत की। डॉक्टर महेश ने कर्मचारियों की समस्याओं को समझने का प्रयास किया और आश्वासन दिया कि अस्पताल प्रबंधन इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहा है। उन्होंने कर्मचारियों से शांति बनाए रखने और जल्द समाधान की प्रक्रिया में सहयोग करने का आग्रह किया।
कर्मचारी संघ के प्रतिनिधियों ने भी कहा कि उनकी मांग है कि पुराने कर्मचारियों की सेवाओं को समाप्त करने के बजाय उन्हें नए व्यवस्था में शामिल किया जाए। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से पुनर्विचार करने और कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित बनाने की अपील की।
विशेषज्ञों का कहना है कि अस्पताल में इस तरह के बदलाव अक्सर प्रबंधन द्वारा कंपनी बदलने के कारण होते हैं, लेकिन इसमें कर्मचारियों की भावनाओं और उनके योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
इस घटना ने अस्पताल प्रशासन और कर्मचारियों के बीच तनाव पैदा कर दिया है। कर्मचारियों का कहना है कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे धरना प्रदर्शन जारी रखने और आगे की कार्रवाई करने के लिए मजबूर होंगे।
भागलपुर के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में इस विवाद ने कर्मचारियों और प्रशासन के बीच संवाद की आवश्यकता को स्पष्ट कर दिया है। सभी की निगाहें अब इस पर हैं कि अस्पताल प्रबंधन और नए सेवा प्रदाता कंपनी किस तरह से इस मुद्दे का समाधान करते हैं।
