कांग्रेस को जिंदा करने की मुहिम में जुटे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने सोनिया-राहुल को सलाह दिया है वे बिहार में राजद से पल्ला झाड़ लें. प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेतृत्व को कहा है कि वह बिहार में एकला चलो की नीति पर काम करे. PK ने आज फिर प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ 6 घंटे तक बैठक की. पिछले 4 दिनों में प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के आला नेताओं के साथ तीसरी दफे मीटिंग की है।
सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ में लगभग 5 घंटे तक प्रशांत किशोर के साथ कांग्रेस के बड़े नेताओं की बैठक चली. मीटिंग में प्रशांत किशोर ने फिर कांग्रेसी नेताओं को समझाया कि पार्टी में कैसे नयी जान फूंकी जा सकती है. दरअसल प्रशांत किशोर ने पहले ही बताया था कि कांग्रेस को अगले लोकसभा चुनाव मे क्या करना चाहिये. उन्होंने तीन दिन पहले ही इसका डिटेल प्रेजेंटेशन दिया था. आज उन्होंने फिर से एक-एक प्वाइंट पर विस्तृत चर्चा की. इस दौरान हिमाचल, गुजरात और मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर खास चर्चा हुई।
सोनिया-राहुल नहीं थे मौजूद
प्रशांत किशोर के साथ आज हुई बैठक में सोनिया गांधी और राहुल गांधी नहीं मौजूद थे. बैठक में अंबिका सोनी, एके एंटनी, दिग्विजय सिंह, मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला, वेणुगोपाल, चिदंबरम, जयराम रमेश शामिल रहे. मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ को पहली दफे प्रशांत किशोर की बैठक में बुलाया गया था।
बिहार में एकला चलो
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक प्रशांत किशोर ने सलाह दिया है कि कांग्रेस पार्टी को बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में एकला चलो की नीति पर काम करना चाहिये. PK का कहना है कि बिहार में लालू प्रसाद यादव के साथ जाकर कांग्रेस ने अपना मूल जनाधार खत्म कर दिया. बिहार में कांग्रेस सवर्ण, दलित औऱ मुसलमान वोट बैंक के सहारे लंबे समय तक राज करती रही है. प्रशांत किशोर का कहना है कि सवर्ण वोटर भाजपा-जेडीयू से नाराज है लेकिन राजद के कारण वह कांग्रेस से जुड़ नहीं पा रहा है. कांग्रेस अकेले मैदान में उतरेगी तो सवर्ण उसके साथ आ सकते हैं. मुसलमानों की पहली पसंद कांग्रेस है. वहीं दलितों में भी कांग्रेस अपना पुराना जनाधार वापस ला सकती है।
सोनिया करेंगी PK पर फैसला
प्रशांत किशोर कह चुके हैं कि वह चुनावी रणनीतिकार के तौर पर काम नहीं करेंगे बल्कि पार्टी में शामिल होकर काम करेंगे. लेकिन प्रशांत किशोर की कांग्रेस में भूमिका क्या होगी ये सोनिया गांधी तय करेंगी. कांग्रेस के एक सीनियर नेता ने बताया- PK को लेकर आखिरी फैसला सोनिया गांधी पर ही छोड़ दिया गया है. सोनिया गांधी लगातार प्रशांत किशोर से बात कर रही हैं. उन्होंने पार्टी के सीनियर नेताओं से भी इस मामले पर बातचीत की है. सोनिया गांधी सारे राय विचार करने के बाद इस पर फैसला करेंगी कि आखिर PK किस हैसियत के साथ जॉइन करेंगे।
फिलहाल कांग्रेस की एक कमेटी को प्रशांत किशोर के प्लान पर विचार करने की जिम्मेदारी दी गई है. ये कमेटी एक सप्ताह के अंदर सोनिया गांधी को रिपोर्ट सौंपेगी. कांग्रेस नेता ने बताया कि अभी कुछ और दिनों तक प्रशांत किशोर के साथ मंथन होगा. उसके बाद कांग्रेस की ओर से PK के स्टेटस पर फैसला लिया जाएगा।