भागलपुर-बांका जिले के अमरपुर थाना क्षेत्र के रामचंद्रपुर इटहरी गांव से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने स्थानीय लोगों को चिंतित कर दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव के 55 वर्षीय बुजुर्ग **कमलेश्वरी यादव** के साथ मारपीट की घटना हुई है। यह घटना कैसे और किन परिस्थितियों में घटी, इसे लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं।
घायल कमलेश्वरी यादव का कहना है कि उनके साथ हुई मारपीट में उनके बड़े बेटे **सर्जन यादव** और बहू **पूजा देवी** शामिल थे। हालांकि, इस संबंध में अभी तक पुलिस की ओर से किसी भी प्रकार की पुष्टि नहीं की गई है। पीड़ित का दावा है कि उन्होंने अपनी जमीन और संपत्ति पहले ही बेटों के बीच बाँट दी थी, लेकिन कुछ समय से घरेलू विवाद बना हुआ था।
कमलेश्वरी यादव के अनुसार, पहले भी कुछ बार उनके साथ झगड़े की स्थितियाँ बनी थीं, जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस से भी की थी। उनका कहना है कि इस बार घर में विवाद बढ़ गया और कथित रूप से मारपीट की नौबत आ गई। हालांकि, इस घटना को लेकर आरोपित पक्ष का बयान अभी सामने नहीं आया है, और पुलिस दोनों पक्षों के बयान को आधार बनाकर तथ्य स्पष्ट करने में जुटी हुई है।
घटना के बाद ग्रामीणों ने घायल व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल पहुँचाया। चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि उन्हें कई जगह चोटें आई हैं और फिलहाल उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि स्वास्थ्य सुधार में कुछ समय लग सकता है।
इधर, गांव में इस घटना को लेकर तनाव और नाराज़गी का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाएँ पारिवारिक संबंधों में बढ़ती समस्याओं की ओर इशारा करती हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मामले की गहन जांच की मांग की है ताकि सही तथ्य सामने आ सकें और भविष्य में ऐसी स्थितियों से बचाव हो सके।
मामले की जानकारी मिलते ही अमरपुर थाना पुलिस सक्रिय हुई और जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि **पीड़ित के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है**, और आगे की कार्रवाई तथ्यों की पुष्टि के बाद की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि अभी किसी निष्कर्ष पर पहुँचना जल्दबाजी होगी, क्योंकि मामले के दोनों पक्षों को सुनना आवश्यक है।
फिलहाल पुलिस घटनास्थल की जांच, बयान दर्ज करने और सभी परिस्थितियों की जानकारी लेने में जुटी है। प्रशासन का कहना है कि जांच निष्पक्ष तरीके से की जाएगी और जो भी तथ्य सामने आएँगे, उसी आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि घरेलू विवाद समय पर सुलझाए न जाएँ तो बड़ी समस्याओं का रूप ले सकते हैं। ग्रामीणों और परिवार के सदस्यों के बीच अभी भी इस मामले को लेकर चर्चा जारी है, जबकि पुलिस जल्द ही पूरे मामले की वास्तविक स्थिति स्पष्ट करने की तैयारी में है।
