आज पॉलिटिकल नहीं, एकेडमिक मूड में हूं। यह बातें एक दिन पहले रामचरितमानस को मानस को पोटेशियम साइनाइड करने वाले शिक्षा मंत्री ने कही है। शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर से जब यह सवाल पूछा गया कि – आपके बयान को लेकर बवाल मचा हुआ जिसके जवाब में शिक्षा मंत्री ने कहा कि- आज पॉलिटिकल नहीं, एकेडमिक मूड में हूं।
बिहार के शिक्षा मंत्री डॉ.चंद्रशेखर ने कहा कि – बिहार की धरा ऐतिहासिक है। खासकर लिच्छवी गणराज्य वैशाली, मगध और मिथिला की भूमि। यह हमेशा से महापुरुषों को उत्पन्न करती रही है, जिन्हें इतिहास नहीं मालूम वे इतिहास नहीं गढ़ सकते। बिहार की भूमि पर स्थापित नालंदा विश्वविद्यालय में दुनिया भर के लोग पढ़ने आते थे। वर्तमान में शिक्षा के मूल्यों में हुई गिरावट चिंता की बात है। इसे हमसब को ठीक करना होगा।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि हम पुरखों के बताए राह का स्मरण करें तो गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की ओर 50 प्रतिशत स्वतः बढ़ जाएंगे। साथ ही सम्यक अध्ययन करें तो पुनः बिहार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में अग्रणी हो सकता है। इसके साथ ही महाविद्यालय की ओर से एलएलएम कोर्स प्रारंभ करने की मांग पर शिक्षा मंत्री ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
मालूम हो कि, तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनकी पार्टी संविधान में विश्वास रखती है और संविधान में सभी धर्मों का सम्मान है, वे हमेशा लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हैं। रामचरितमानस पर दूसरी बार दिए गए विवादित बयान पर तेजस्वी ने भी स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि मंत्रियों को अपने विभागों पर अधिक ध्यान देना चाहिए। नकारात्मक बातों पर चर्चा नहीं होनी चाहिए, बल्कि सकारात्मक बातों पर चर्चा होनी चाहिए, उन्हें ये सब बातें नहीं करनी चाहिए।