बिहार के शेखपुरा जिले के चेवाड़ा प्रखंड अंतर्गत एकरामा पंचायत के प्राथमिक विद्यालय अंगपुर में मिड डे मिल खाने के बाद लगभग 3 दर्जन बच्चे बीमार हो गए हैं. बच्चों को उल्टी और दस्त होने पर देर शाम आनन-फानन में इलाज के लिए चेवाड़ा पीएचसी में भर्ती कराया गया. इस कारण चेवाड़ा पीएचसी में अफरातफरी मची रही. यहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी बच्चों को एंबुलेंस से बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल शेखपुरा भेजा गया. जहां सभी बच्चों का इलाज चल रहा है.
बताया जाता है कि प्राथमिक विद्यालय अंगपुर में मिड डे मिल बनने के बाद प्रभारी शिक्षक और मिड डे मील रसोईया की लापरवाही की वजह से विषाक्त भोजन बच्चों को खिला दिया गया. भोजन परोसने के पहले किसी ने भोजन की गुणवत्ता को लेकर ध्यान नहीं दिया. भोजन बनने के बाद किसी शिक्षक या रसोइया ने पहले खाकर भोजन की गुणवत्ता और अन्य तथ्यों की जांच नहीं की और उसे बच्चों को सीधे तौर पर परोस दिया गया.
इसके बाद देर शाम सभी बच्चे को एक-एक कर उल्टी और दस्त होने लगा. सबसे बड़ी बात यह है कि मिड डे मिल में किसी भी प्रकार की दिक्कत, विद्यालय प्रभारी और मिड डे मील के रसोइयों की लापरवाही को साफ तौर पर दर्शाता है.
हालांकि डीएम सावन कुमार ने एमडीएम खाने से बच्चों के बीमार पड़ने से इंकार किया है. उन्होंने कहा कहा कि 12:00 बजे दोपहर में ही बच्चों को एमडीएम दिया गया था. इस दौरान सभी बच्चे स्वस्थ थे. उन्होंने कहा कि सभी बीमार बच्चे एक स्थान पर ट्यूशन पढ़ने गए थे. इसके कारण गर्मी या अन्य किसी कारण से यह सभी बीमार हो गए हैं. सभी बच्चों का इलाज सदर अस्पताल में किया जा रहा है.