सांसद अजय मंडल ने रविवार की शाम मायागंज व सदर अस्पताल का जायजा लिया। इसमें पता चला कि इन जगहाें पर रात में आनेवाले मरीजाें की अल्ट्रासाउंड जांच नहीं हाेती है। मरीजाें काे निजी सेंटराें में जाना पड़ता है। जब सांसद जब सदर अस्पताल के इमरजेंसी गायनी विभाग में पहुंचे ताे वहां एक भी लेडी डाॅक्टर नहीं थी। नर्साें के भराेसे प्रसव कराया जा रहा था। सांसद ने अस्पताल प्रभारी डाॅ. राजू से पूछा ताे उन्हाेंने कहा कि डाॅ. गाेपीनाथ भगत की ड्यूटी है पर वह सप्ताह में एक दिन सिर्फ शनिवार काे ही आते हैं। इस पर सांसद काे हैरानी हुई।
पूछा कि आपलाेग कुछ करते क्याें नहीं हैं। प्रभारी ने कहा कि प्रपत्र क तक गठित करवा चुके हैं पर वह कहते हैं कि एक दिन ही आएंगे, आपलाेगाें काे जाे करना है कर लीजिए। यह सुनते ही सांसद ने डाॅ. गाेपीनाथ काे फाेन लगाया ताे उन्हाेंने जवाब दिया कि मैं तो ऑन काॅल ही ड्यूटी पर आता हूं। सांसद ने डीएम सुब्रत कुमार सेन से माैके से बात कर कहा कि इनपर जरूरी कार्रवाई हाेनी चाहिए। अस्पताल में महिलाओं ने सांसद से कहा कि यहां काेई लेडी डाॅक्टर नहीं रहती हैं, नर्स ही इलाज करती हैं। सांसद ने सदर के प्रभारी और मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डाॅ. असीम कुमार दास काे अस्पताल की व्यवस्था में सुधार करने के लिए कहा।
