भारत में सूर्य ग्रहण 04 बजकर 32 मिनट से शुरू हो गया है, जो शाम 06 बजकर 32 मिनट तक रहेगा. ग्रहण का सूतक काल 04 बजकर 10 मिनट से शुरू हो चुका है. ऐसे में अब जब ग्रहण शुरू हो चुका है तो ये भी जानना जरूरी है कि ग्रहण के बाद क्या करना चाहिए.

ग्रहण को मानते हैं अशुद्ध
असल में ग्रहण को अशुद्ध माना जाता है. यह पौराणिक आधार पर नकारत्मकता का प्रतीक है. ग्रहण के दौरान भोजन, दूध आदि को दूषित होने से बचाने के लिए इसमें तुलसी दल और कुशा डाले जाते हैं. ग्रहण के तुरंत बाद भी कुछ उपाय करने होते हैं.

ग्रहण के बाद जरूर करें ये काम
– ग्रहण के बाद कपड़ों सहित स्नान करना चाहिए.
– ग्रहण के बाद आसन, गोमुखी व मंदिर में बिछा हुआ कपड़ा सभी को धो दें. गोमूत्र या गंगाजल का छिड़काव पूरे घर में करें. ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है.

ये है महत्व
सूतक काल लगते ही तुलसी या कुश मिश्रित जल को खाने-पीने की चीजों में रखना चाहिए, लेकिन इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि तुलसी दल या कुश को ग्रहण के बाद निकाल देना चाहिए. मान्यता है कि ग्रहण का बुरा प्रभाव तुलसी दल ले लेता है और आपकी चीजों को दूषित नहीं होने देता. इसलिए ग्रहण समाप्त होने के बाद इसे निकाल लेना चाहिए. इससे आपकी खाने की वस्तुएं दूषित नहीं होती हैं.

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