सहरसा जिला जहाँ हर साल बाढ़ कि स्थिति भयावह रहती है इस साल समय से पहले आने वाली मानसून फिर एक बार बांध के भीतर बसे लोगों का रूप कांपने लगी है जिला प्रशासन जिसको लेकर विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया जिसमें संबंधित अधिकारी से लेकर अंचलाधिकारी राजस्व कर्मचारी पंचायत प्रतिनिधि के साथ विचार लेने के साथ सख्त निर्देश दिया
वैसे पंचायत जहां कोशी नदी हर साल कहर बरपाती है जिसको लेकर मुखिया से बाढ़ कैसे बचा जाय इसका सुझाव मांगा।जिलाधिकारी ने अंचलाधिकारी ,राजस्वकर्मचारी को बाढ़ को लेकर कई निर्देश दिए। जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने बताया कि कोशी के बाढ़ से कैसे निपटा जाय ,
जून के महीने की शुरुआत होते ही कोशी नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है। इसी को लेकर आज सहरसा जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने विकास भवन के सभागार में पंचायत प्रतिनिधि एवं अधिकारियों के साथ बाढ़ को लेकर एक समीक्षात्मक बैठक की।
किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नही किया जाएगा। बाढ़ आश्रय स्थल के बारे में उन्होंने कहा कि बाढ़ आश्रय स्थल पूर्णरूपेण खाली रहना चाहिए ताकि बाढ़ पीड़ित बाढ़ के दिनों में वहां रह सके। जहां कटाव हो रहा है वहाँ अभियंता को अतिशीघ्र मरम्मत कर अलर्ट रहने को कहा गया है।
बाढ़ को लेकर जिलाप्रशासन ने कसी कमर , जिलाधिकारी का शक्त निर्देश किसी भी प्रकार की लापरवाहीं बर्दाश्त नही
इसके लिए बाढ़ पीड़ित पंचायत के मुखिया के साथ बैठक कर इसकी जानकारी ली गयी है।उन्होंने बताया कि सभी संबंधित अधिकारी एवं अंचलाधिकारी को बाढ़ से निपटने के लिए अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा गया ।