जिला पदाधिकारी सुब्रत सेन ने बुधवार को सन्हौला प्रखंड सह अंचल कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्रखंड और अंचल में हो रहे विकास कार्यों में लापरवाही को लेकर पदाधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। लगातार 2 घंटे तक चले गहन जांच के दौरान प्रखंड कार्यालय, बाल विकास परियोजना कार्यालय, अंचल कार्यालय एवं प्रखंड परिसर में चल रहे कौशल विकास केंद्र की जांच की गई।
अंचल द्वारा संचालित आरटीपीएस कार्यालय में आरटीपीएस कर्मी की राशन कार्ड औक अन्य प्रमाण पत्र निर्गत करने में मामले में लापरवाही देखकर सभी कर्मियों को स्पष्टीकरण के साथ-साथ प्रतिमाह मिलने वाली वेतन में 10% की कटौती करने का निर्देश दिया। जांच के दौरान अंचल कार्यालय में हो रहे मोटेशन, परिमार्जन एलपीसी, जाति आवासीय आय सहित सभी तरह के प्रमाण पत्र की अद्यतन समीक्षा की। समीक्षा के दौरान दाखिल खारिज में पेंडिंग को लेकर संबंधित पदाधिकारियों को फटकार लगाई। अंचल के लिपिक मिथिलेश झा अनुपस्थित पाए गए उस पर प्रपत्र क गठित कर निलंबन की प्रक्रिया चलाने का निर्देश दिया। इसके बाद जिलाधिकारी सन्हौला अस्पताल पहुंचे। अस्पताल को और बेहतर बनाने हेतु मनरेगा एवं पंचायत में चल रहे विकास संबंधी योजनाओं को अस्पताल में लागू करने का संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया। इसके बाद जिलाधिकारी बगल के कमालपुर पंचायत के टनकमास गांव में बन रहे पंचायत सरकार भवन और ग्रामीण स्वच्छता मिशन के तहत हो रहे डब्ल्यूपीयू के कार्यों की जांच की। जांच के दौरान दोनों कार्यो में कर्मियों की लापरवाही देख संबंधित जूनियर इंजीनियर को फटकार लगाई।