लगातार गंगा नदी के जल स्तर में हो रही वृद्धि के कारण घोघा हाट से पुरानी आठगामा, पुरानी पन्नूचक, घोघा दियरा का मुख्य मार्ग से संपर्क भंग हो चुका है। घोघा दियरा में रहने वाले लोगों के समक्ष प्रतिवर्ष बरसात व बाढ़ के दिनों की शुरूआत से ही ये परेशानी उत्पन्न हो जाती है। लोगों ने रोजमर्रा व खाने-पीने का सामान इकठ्ठा खरीद कर रखने लगे हैं ताकि उन्हें बार-बार बाजार नहीं जाना पड़े। दियारा के लोगों का मुख्य बाजार घोघा है ज्यादातर दियारावासी रविवार और गुरुवार को लगने वाली घोघा गोलसड़क हाट से ही अपने जरूरत के सामान का खरीदारी करते हैं।

जान जोखिम मे डालकर नदी पार करते है किसान:- हरी सब्जियों व अन्य वस्तुओं के विक्रय की समस्या दियरा के किसानों की बड़ी समस्या है। दियरा संपर्क पथ पर कई जगह चचरी पुल था जो पुरी तरह जलमग्न हो चुका है। अब आवागमन का एकमात्र विकल्प नाव ही बचा है। नाव के सहारे विद्यालय आने-जाने के कारण दियारा के छात्र-छात्रा अपने विद्यालय निर्धारित समय पर नही पहुंच पाते। ये परेशानी है पुरानी आठगांवा व पुरानी पन्नूचक दियारा के छात्र-छात्राओं की जिन्हें विद्यालय जाने के लिए नाव के इंतजार मे घंटों नदी तट पर समय व्यतीत करना पड़ता है। स्कूली बच्चों की समस्या इस क्रम मे बच्चों की पढ़ाई काफी प्रभावित हो रही है।

मनोरंजन कुमार, दिनानाथ मंडल इत्यादि सहित स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि सरकारी स्तर पर अब तक नाव की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है जिसके कारण लोग पुरानी बेकार पड़ी नाव का प्रयोग करने पर मजबूर है। दूसरी ओर लगातार जल स्तर बढ़ने से जनजीवन अस्त-व्यस्त सा हो गया है सबसे अहम बात पशुचारा के लिए हमलोग काफी परेशानी महसूस कर रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *