आज माघ महीने की पूर्णिमा स्नान दान के लिहाज से काफी विशेष और महत्वपूर्ण मानी गई है, माघी पूर्णिमा में गंगा में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा को लेकर प्रशासन भी काफी चौकस दिखी, एसडीआरएफ की टीम को भी नदी में गस्ती करते देखा गया , मान्यता है कि सूर्य को जल में तिल मिलाकर जलांजलि देने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, यह भी मान्यता है कि तांबे के पात्र में तील, रोली, हल्दी, लाल फूल, जल से सूर्य को अर्घ देने से नेत्र संबंधी रोग भी दूर होते हैं।