बिहपुर (भागलपुर) ! क्षेत्र में अपराधियों के हौसले किस कदर बुलंद हैं, इसका ताजा उदाहरण मंगलवार की शाम मड़वा पूरब पंचायत के वार्ड संख्या 9 में देखने को मिला। यहां मामूली विवाद को लेकर कुछ लोगों ने मिलकर शिक्षकों पर जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में मवि पछियारी टोला औलियाबाद के प्रधानाध्यापक अनिल कुमार दीपक तथा प्रावि प्रखंड कालोनी, बिहपुर में पदस्थापित शिक्षक आनंद कुमार सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। इनके अलावा लक्ष्मण कुमार, रोहित कुमार एवं भरत कुमार भी इस हिंसक वारदात में गंभीर रूप से चोटिल हो गए हैं।
घटना उस समय हुई जब प्रधानाध्यापक अनिल कुमार दीपक किसी कार्यवश वार्ड संख्या 9 पहुंचे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अचानक कुछ असामाजिक तत्वों ने उन पर हमला बोल दिया। अनिल कुमार दीपक के सिर पर जेनरेटर स्टार्ट करने वाले लोहे के हैंडल से प्रहार किया गया, जिससे वे बुरी तरह लहूलुहान हो गए और मौके पर ही बेहोश होकर गिर पड़े। सिर में गंभीर चोट लगने तथा अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उनकी स्थिति चिंताजनक हो गई।
उधर, शिक्षकों को बचाने की कोशिश कर रहे आनंद कुमार सिंह पर भी हमलावरों ने बेरहमी से हमला कर दिया, जिससे वे भी गंभीर रूप से घायल हो गए और वहीं बेहोश होकर गिर पड़े। इसके अतिरिक्त लक्ष्मण कुमार, रोहित कुमार और भरत कुमार पर भी हमलावरों ने लोहे की रॉड और लाठी-डंडों से वार किए, जिससे वे भी घायल हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे और सभी घायलों को तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बिहपुर ले जाया गया। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद शिक्षकों की हालत को देखते हुए उन्हें भागलपुर स्थित जेएलएनएमसीएच (मायागंज अस्पताल) रेफर कर दिया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है तथा उन्होंने दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है। इधर, घटना की जानकारी मिलते ही बिहपुर थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की छानबीन में जुट गई है। पुलिस ने कुछ संदिग्धों से पूछताछ भी की है, हालांकि समाचार लिखे जाने तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, घटना का कारण आपसी रंजिश या पुराना विवाद हो सकता है, जिसकी जांच की जा रही है। शिक्षक समुदाय में इस घटना को लेकर काफी रोष है। स्थानीय शिक्षक संघों ने बुधवार को घटना के विरोध में धरना-प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है और दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।
यह घटना न केवल बिहपुर क्षेत्र के लिए शर्मनाक है, बल्कि समाज के उस हिस्से पर भी सवाल उठाती है, जहां शिक्षक जैसे सम्मानित पेशे से जुड़े लोगों की सुरक्षा तक खतरे में है। अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस मामले में कितनी तत्परता दिखाता है और दोषियों को कब तक न्याय के कटघरे में लाता है।
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