नवगछिया। प्रोफेसर कॉलोनी निवासी सुरेंद्र कुमार चौधरी की पत्नी आशा जायसवाल साइबर ठगी का शिकार हो गईं। साइबर अपराधियों ने उनके दो बैंक खातों से कुल चार लाख 77 हजार रुपये निकाल लिए। इस मामले में पीड़िता की ओर से नवगछिया साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
पीड़िता आशा जायसवाल ने बताया कि वह 23 नवंबर को राजधानी एक्सप्रेस के एसी टू टियर कोच से अपने बेटे आशीष कुमार और बेटी श्वेता रानी के साथ दिल्ली से नवगछिया आ रही थीं। 24 नवंबर की सुबह करीब 4.30 बजे पाटलिपुत्र स्टेशन पर ट्रेन के ठहराव के दौरान उनका ब्लू रंग का ट्रॉली बैग और एक ब्राउन लेदर बैग चोरी हो गया। चोरी गए बैग में उनका मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड, यात्रा टिकट, जाड़े के कपड़े, आवश्यक दवाइयां और अन्य निजी सामान रखा हुआ था।
घटना के तुरंत बाद 24 नवंबर को ही उन्होंने रेल थाना नवगछिया में सनहा दर्ज कराया। पीड़िता के अनुसार, उसी दिन शाम को उनके खोए हुए मोबाइल नंबर 9955016228 पर एक फोन आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद को रेलवे से जुड़ा बताते हुए कहा कि उनका सामान मिल गया है और उसे नवगछिया आरपीएफ भेज दिया जाएगा। इस सूचना से परिवार को कुछ राहत मिली, लेकिन जब कई दिनों तक कोई सामान नहीं पहुंचा तो संदेह गहरा गया।
इसके बाद 27 नवंबर को पीड़िता के पुत्र आशीष कुमार पाटलिपुत्र आरपीएफ कार्यालय पहुंचे। वहां पूछताछ के दौरान उन्हें बताया गया कि इस तरह का कोई भी सामान वहां जमा नहीं कराया गया है। यह जानकारी मिलने के बाद परिजनों ने रेल थाना पाटलिपुत्र में भी सनहा दर्ज कराया।
इसी बीच पीड़िता के बैंक खातों से संदिग्ध तरीके से लेनदेन शुरू हो गया। जांच करने पर पता चला कि साइबर ठगों ने उनके दो बैंक खातों से अलग-अलग ट्रांजेक्शन के जरिए कुल चार लाख 77 हजार रुपये निकाल लिए हैं। आशंका जताई जा रही है कि चोरी गए मोबाइल और दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल कर साइबर अपराधियों ने यह ठगी की।
पीड़िता ने नवगछिया साइबर थाना में लिखित आवेदन देकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी है। साइबर थाना पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर बैंक खातों, मोबाइल कॉल डिटेल और ट्रांजेक्शन की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने आम लोगों से भी अपील की है कि यात्रा के दौरान अपने मोबाइल, दस्तावेज और बैंक से जुड़ी जानकारी को लेकर सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध कॉल या मैसेज पर भरोसा न करें।
