बिहार में शिक्षा व्यवस्था को लेकर आए दिन सवाल उठते रहे हैं. नीतीश सरकार में शिक्षकों की नियुक्ति का मामला सामने आया है. हालांकि सरकार की तरफ से जागरूकता अभियान चला रही है. लेकिन दूसरी तरफ जो तस्वीर सामने आई है उससे राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगा है. बता दें कि यह ताजा मामला सारण जिले का है जहां स्कूल में जानवर बांधे गए हैं और स्कूल की दिवार पर कपड़े सुखाए जा रहे हैं.

बता दें कि अमनौर प्रखंड के बैधनाथपुर मीडिल स्कूल के अंदर गाय-भैंसों को बांधा जाता है. इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि स्कूल की दिवाल में कपड़े सुखाए जा रहे हैं. हिंदुस्तान डिजिटल में प्रकाशित खबर की माने तो जब इस विषय में विधायक मंटू सिंह से बात की गई तो वे हैरान हो गए. उन्होंने इस संबंध में सारण के जिलाधिकारी से बात की तो उन्होंने जल्द कार्रवाई की बात कही है.

इधर ग्रामीणों का आरोप है कि हेडमास्टर की इसमें मिली भगत है. ग्रामीणों ने कहा कि स्कूल को अपनी प्रॉपर्टी बना ली है. इसकी शिकायत कई बार संबंधित अधिकारियों से की गई है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. गांव के लोगों ने यह भी बताया है कि ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने लाखों रुपये लगवाकर इस स्कूल को बनवाया, दर्जनों शिक्षकों और हेडमास्टर की नियुक्ति की गई ताकि स्कूल में बच्चों को शिक्षा मिल सके लेकिन स्कूल में ना तो कभी शिक्षक आते हैं और ना ही हेडमास्टर लेकिन रजिस्टर पर इनकी उपस्थिति बन जाती है.

इधर ग्रामीणों ने यह भी कहा गया है कि BDO और हेडमास्टर की मिली भगत से यह काम हो रहा है. हालांकि स्थानिय विधायक ने यह कहा है कि मामले की जांच कराई जाएगी. दोषी के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी.

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