अस्पताल के मरीज-डॉक्टर, नर्स से लेकर बाजार, घर के देहरी के अंदर तक कोरोना के मामले जांच में मिल रहे हैं। यहां तक कोरोना संक्रमित आराम से बस-ट्रेन पकड़कर अपने दिल्ली से पटना तक की सैर करने निकल जा रहे हैं, बावजूद सार्वजनिक स्थलों पर कोरोना को लेकर सतर्कता या यूं कह लें कोरोना जांच पूरी तरह से गायब है।
अब तक जिले में कोरोना के कुल 82 मामले जांच में सामने आ चुके हैं। इनमें दो संक्रमित झारखंड के गोड्डा व साहेबगंज जिले के तो 19 बिहार के दूसरे जिलों के रहने वाले हैं। भागलपुर जिले में आंकड़ा 61 पर पहुंच चुका है।
स्टेशन पर भी जांच नहीं
सरकारी अस्पतालों में मरीजों की कोरोना जांच अनिवार्य है। लेकिन सार्वजनिक स्थल जैसे भागलपुर के रेलवे स्टेशन व बस स्टेशनों पर पर कोरोना जांच पूरी तरह से गायब है। सीएस डॉ. अंजना कुमारी ने कहा कि अगर आदेश मिलता है तो रेलवे व बस स्टेशनों पर कोरोना जांच करायी जाएगी।