गोपालपुर सीट जदयू को मिलने पर पूर्व सांसद अनिल यादव का फूटा दर्द, बोले – “हमारी निष्ठा का सौदा कर दिया गया”
गोपालपुर सीट जदयू को मिलने पर पूर्व सांसद अनिल यादव का फूटा दर्द, बोले – “हमारी निष्ठा का सौदा कर दिया गया”
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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए महागठबंधन ने आखिरकार अपने सभी मतभेद और विवादों को सुलझा लिया है। पटना में आयोजित एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस में महागठबंधन ने एकजुटता का ऐलान करते हुए तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार और मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम पद का चेहरा घोषित किया। इस दौरान मंच पर आरजेडी, कांग्रेस, वीआईपी और वाम दलों के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने कहा कि “महागठबंधन सिर्फ सरकार बनाने नहीं, बल्कि बिहार बनाने के लिए एकजुट हुआ है।” उन्होंने कहा कि बिहार को एक नई दिशा देने के लिए अब सभी दल एक साथ खड़े हैं। तेजस्वी ने लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और महागठबंधन के सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।
तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन में एनडीए पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, “एनडीए में थके हुए लोग हैं, जो सिर्फ सत्ता के भूखे हैं। 20 साल में उन्होंने बिहार को वहीं का वहीं छोड़ दिया। हमें अगर 30 महीने भी मिलें, तो 30 साल का विकास कर दिखाएंगे।” तेजस्वी ने दावा किया कि नीतीश कुमार को एनडीए ने धोखा दिया है। उन्होंने सवाल उठाया, “अमित शाह ने खुद कहा कि नीतीश कुमार का यह आखिरी चुनाव है। तो फिर चुनाव प्रचार में उनका चेहरा क्यों गायब है?”
तेजस्वी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा, “मोदी जी गुजरात में फैक्ट्री लगाते हैं, बिहार में सिर्फ विक्ट्री चाहते हैं। NDA ने साफ कह दिया है कि बिहार में कोई उद्योग या फैक्ट्री नहीं लगेगी। हमें एक मौका दीजिए, हम बिहार में रोजगार का माहौल बनाएंगे।”
‘जंगलराज’ के आरोपों पर जवाब देते हुए तेजस्वी ने पलटवार किया— “बिहार में 20 साल के शासन में 70 हजार हत्याएं हुई हैं। बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, अपराध बढ़ते जा रहे हैं। उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या हो गई, मेरे घर के बाहर गोली चली, लेकिन आज तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। हम करप्शन और अपराध पर समझौता नहीं करेंगे। मेरी परछाई भी अगर गलती करेगी, तो सजा दिलाऊंगा।”
तेजस्वी ने अपनी मुख्य चुनावी घोषणाओं को दोहराते हुए कहा कि उनकी सरकार बनने पर हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। उन्होंने कहा, “बिहार में कॉन्ट्रैक्ट कर्मियों से काम चलाया जा रहा है। हम सबको परमानेंट करेंगे। हर परिवार को नौकरी देंगे। तेजस्वी अकेला मुख्यमंत्री नहीं होगा, पूरा बिहार मुख्यमंत्री की तरह चलेगा।”
तेजस्वी ने एनडीए पर 20 साल के शासन में बिहार को सबसे पिछड़ा राज्य बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “दो दशक के शासन में न तो उद्योग लगा, न रोजगार मिला। बिहार आज भी देश का सबसे गरीब राज्य है। यहां सबसे ज्यादा पलायन होता है, प्रति व्यक्ति आय सबसे कम है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई, रोजगार— सब कुछ बदहाल है। चूहा पुल गिरा देता है, चूहा शराब पी जाता है— यह है घोटालों की सरकार।”
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि आने वाले दिनों में महागठबंधन अपना विजन डॉक्यूमेंट और रोडमैप जारी करेगा। उन्होंने कहा, “हम युवा हैं, जुनून है, जोश है। BJP की A-टीम, B-टीम, ED, IT और उनके मीडिया से लड़ेंगे। हर जाति, हर वर्ग, हर समाज को साथ लेकर आगे बढ़ेंगे। बिहार को नया भविष्य देंगे।”
तेजस्वी के इस एलान के साथ बिहार की राजनीति में एक नया समीकरण बन गया है। महागठबंधन की एकता और तेजस्वी की मुखर रणनीति ने चुनावी मुकाबले को और दिलचस्प बना दिया है। अब सबकी निगाहें 6 नवंबर को होने वाले पहले चरण के मतदान पर टिकी हैं, जब जनता तय करेगी कि बिहार का अगला अध्याय कौन लिखेगा।
नारायणपुर (भागलपुर)। जनसुराज पार्टी समर्थित उम्मीदवार पवन कुमार चौधरी की नामांकन रैली में शुक्रवार को बड़ा हंगामा देखने को मिला। जयरामपुर कोरचक्का पेट्रोल पंप के आगे आशाटोल गांव के कार्यकर्ता तेल लेने के मामूली विवाद में आपस में भिड़ गए। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि मारपीट और गाली-गलौज तक की नौबत आ गई। इस झड़प में आशाटोल गांव के सुमित कुमार (20) गंभीर रूप से जख्मी हो गया।
घटना के बाद घायल सुमित को आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नारायणपुर लाया गया, जहां उसका इलाज किया गया। जानकारी के अनुसार, सभी कार्यकर्ता जनसुराज पार्टी उम्मीदवार के समर्थन में बाइक रैली में शामिल होने के लिए निकले थे। रास्ते में पेट्रोल पंप पर तेल लेने के क्रम में कहासुनी शुरू हुई, जो बाद में हाथापाई में बदल गई।
जख्मी सुमित के साथ मौजूद कार्यकर्ताओं ने जनसुराज पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रशांत कुमार शर्मा और उनके भाइयों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि प्रशांत शर्मा के इशारे पर ही सुमित को पीटा गया, जिससे वह घायल हो गया।
इस घटना के बाद पार्टी के अंदर नाराजगी का माहौल बन गया है। जनसुराज पार्टी नारायणपुर के युवा प्रखंड अध्यक्ष अजीत कुमार नागर ने घटना से आहत होकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी। उन्होंने लिखा कि “जब कार्यकर्ताओं के साथ न्याय नहीं हो सकता, तो ऐसे संगठन में रहने का कोई औचित्य नहीं।” बताया जाता है कि जख्मी सुमित कुमार अजीत नागर के कहने पर ही इस रैली में शामिल हुआ था।
वहीं, दूसरी ओर आरोपित प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रशांत कुमार शर्मा ने सफाई देते हुए कहा कि यह केवल मामूली विवाद था, जिसे अब आपसी सहमति से सुलझा लिया गया है। उन्होंने कहा कि विरोधी दल इस घटना को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहे हैं।
घटना के बाद स्थानीय स्तर पर पुलिस और प्रशासन भी सतर्क हो गई है। हालांकि, अभी तक इस मामले में किसी पक्ष से औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। फिलहाल रैली के माहौल में तनातनी बनी हुई है और पार्टी के अंदरूनी गुटबाजी भी खुलकर सामने आने लगी है।
यह घटना न केवल पार्टी की एकता पर सवाल खड़ा करती है बल्कि चुनावी समय में जनसुराज पार्टी के अनुशासन और संगठनात्मक ढांचे पर भी गंभीर प्रश्नचिह्न लगाती है।