बिहार में रोजगार का नया दौर: नीतीश सरकार ने शुरू की एक करोड़ नौकरी–रोजगार देने की तैयारी
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सहरसा में शुक्रवार को समाहरणालय स्थित नवनिर्मित सभाकक्ष का उद्घाटन करते हुए जिलाधिकारी दीपेश कुमार की अध्यक्षता में टाइम-बाउंड जनता दरबार का आयोजन किया गया। उद्घाटन के साथ ही सभाकक्ष में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे आम लोगों की समस्याओं की सुनवाई की गई। जनता दरबार में बड़ी संख्या में फरियादी अपनी-अपनी शिकायतें लेकर पहुंचे और प्रशासन से त्वरित समाधान की मांग की।
सुनवाई के दौरान जिलाधिकारी दीपेश कुमार ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जनता दरबार का उद्देश्य केवल शिकायतें सुनना नहीं, बल्कि उनका समयबद्ध और प्रभावी निष्पादन सुनिश्चित करना है। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि आज प्राप्त आवेदनों को प्राथमिकता के आधार पर लेते हुए निर्धारित समय-सीमा के भीतर निष्पादित किया जाए। किसी भी प्रकार की लापरवाही या टालमटोल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आज के जनता दरबार में निजी कृषि भूमि से अवैध मिट्टी कटाव, बासगीत पर्चा की भूमि पर जबरन कब्जा, भू-अतिक्रमण, आपूर्ति व्यवस्था में अनियमितता सहित कई गंभीर शिकायतें सामने आईं। जिलाधिकारी ने इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया। उन्होंने अंचलाधिकारी, भूमि सुधार उप समाहर्ता, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) को निर्देश दिया कि आपसी समन्वय बनाकर समस्याओं का शीघ्र समाधान करें और इसकी रिपोर्ट भी समय पर प्रस्तुत करें।
डीएम ने कहा कि भूमि विवाद और अतिक्रमण से जुड़े मामलों में राजस्व और पुलिस विभाग की संयुक्त कार्रवाई आवश्यक है, ताकि आम लोगों को बार-बार कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें। उन्होंने यह भी कहा कि आपूर्ति व्यवस्था से जुड़ी शिकायतों पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि पात्र लाभुकों को समय पर योजनाओं का लाभ मिल सके।
जिलाधिकारी दीपेश कुमार ने जानकारी दी कि अब प्रत्येक शुक्रवार, राजपत्रित अवकाश को छोड़कर, सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक समाहरणालय के नवनिर्मित सभाकक्ष में नियमित रूप से जनता दरबार का आयोजन किया जाएगा। इसमें आम नागरिक सीधे अपनी समस्याएं रख सकेंगे और संबंधित अधिकारियों को उनका समयबद्ध निष्पादन अनिवार्य रूप से करना होगा।
उन्होंने कहा कि जनता दरबार प्रशासन और आम जनता के बीच संवाद का सशक्त माध्यम है। इससे न केवल समस्याओं का समाधान होगा, बल्कि प्रशासनिक कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही भी बढ़ेगी। जनता दरबार के नियमित आयोजन से जिले में सुशासन को और मजबूती मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
सहरसा में आगामी पल्स पोलियो अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से शुक्रवार को जीएनएम स्कूल, सहरसा द्वारा जागरूकता प्रभात फेरी निकाली गई। रैली को जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. कुमार विवेकानंद ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रभात फेरी के माध्यम से आम लोगों को पल्स पोलियो अभियान के महत्व की जानकारी दी गई और 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की दो बूंद पिलाने की अपील की गई।
इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य प्रबंधक विनय रंजन, जीएनएम स्कूल के प्राचार्य, एएनएम स्कूल की प्राचार्या, PO यूएनडीपी प्रियरंजन झा, यूनिसेफ से एसएमसी डॉ. बंटेश नारायण मेहता, बीसीसीएस यूएनडीपी से मुमताज खालिद, एसएमओ डॉ. अशुतोष कर्ण, डीसी जेएसआई प्रवीण कुमार, सीए दिनेश दिनकर, बीएमसी धर्मेंद्र कुमार और एफएम महाराज सहित बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे। सभी ने अभियान को शत-प्रतिशत सफल बनाने का संकल्प लिया।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि पड़ोसी देशों में पोलियो वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह अभियान अत्यंत आवश्यक हो गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए सहरसा जिले के 10 प्रखंडों और शहरी क्षेत्र में 16 से 20 दिसंबर 2025 तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान जिले के कुल 3,73,612 घरों में 809 घर-घर टीमें जाकर लगभग 4,28,049 बच्चों को पोलियो की दो बूंद पिलाने का लक्ष्य रखा गया है।
इसके साथ ही अभियान के दौरान रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और प्रमुख चौक-चौराहों पर कुल 96 ट्रांजिट बूथ लगाए जाएंगे, ताकि यात्रा के दौरान भी कोई बच्चा पोलियो ड्रॉप से वंचित न रह जाए। अभियान की प्रभावी निगरानी के लिए 274 पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई है, जो टीकाकरण कार्य की सतत समीक्षा करेंगे।
सिविल सर्जन एवं जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. कुमार विवेकानंद ने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि पोलियो जैसी गंभीर बीमारी से बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए सभी अभिभावक सहयोग करें। उन्होंने कहा कि 0 से 5 वर्ष तक के प्रत्येक बच्चे को, चाहे वह पहले कई बार पोलियो ड्रॉप ले चुका हो, इस अभियान के दौरान दो बूंद अवश्य पिलाएं। स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि सहरसा जिला पोलियो मुक्त बना रहे और इसके लिए समाज के हर वर्ग का सहयोग आवश्यक है।