भागलपुर जिले के मदारगंज गांव में आज एक खास और भावनात्मक दृश्य देखने को मिला, जब पुलवामा हमले में शहीद हुए रतन ठाकुर के गांव पहुंचे कांग्रेस नेता प्रवीण सिंह कुशवाहा ने वहां के बुजुर्गों को सम्मानित कर एक अलग ही अंदाज़ में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का जन्मदिन मनाया। इस मौके पर न केवल सम्मान का भाव था, बल्कि भाजपा सरकार पर जमकर हमला भी देखने को मिला।
कांग्रेस नेता प्रवीण सिंह कुशवाहा ने मदारगंज गांव पहुंचते ही सबसे पहले शहीद रतन ठाकुर के स्मारक स्थल पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद गांव में आयोजित एक छोटे से समारोह में उन्होंने गांव के बुजुर्गों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि राहुल गांधी गरीबों, किसानों, युवाओं और सैनिकों की आवाज़ हैं और उनका जन्मदिन जनसेवा के कार्यों के माध्यम से मनाना ही सही मायने में उन्हें श्रद्धांजलि है।
प्रवीण सिंह ने अपने संबोधन में सीधे तौर पर भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के इतने वर्षों बाद भी आज तक इसकी स्वतंत्र जांच नहीं कराई गई। “जब सरकार को पहले से ही जानकारी थी कि जम्मू-कश्मीर के उस क्षेत्र में खतरा है, तो आखिर क्यों जवानों को उसी रास्ते से भेजा गया?” उन्होंने इस घटना को एक साज़िश करार दिया और कहा कि इससे यह सिद्ध होता है कि भाजपा सरकार ने सेना को जानबूझकर खतरे की ओर भेजा, जिससे इतनी बड़ी घटना घटी।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा सिर्फ राष्ट्रवाद का झूठा नारा लगाकर सत्ता में बनी हुई है, जबकि असल में वह न तो जवानों के हित में है और न ही आम जनता के। उन्होंने कहा, “आज देश की हालत यह है कि 80 करोड़ जनता सरकार द्वारा दिए गए राशन पर निर्भर है। यह सरकार की उपलब्धि नहीं, बल्कि विफलता है। इससे यह स्पष्ट होता है कि देश में गरीबी चरम पर है।”
प्रवीण सिंह ने भाजपा पर जाति और धर्म के नाम पर देश को बांटने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा का असली एजेंडा नफरत फैलाना है। “यह सरकार हिंदू-मुसलमान, अगड़ा-पिछड़ा, दलित-उच्च जाति के नाम पर सिर्फ और सिर्फ समाज को तोड़ने का काम कर रही है। देश में दंगों का माहौल तैयार किया जा रहा है ताकि जनता मूल मुद्दों को भूल जाए।”
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे झूठे नारों से सावधान रहें और सही नेतृत्व को पहचानें। “देश को एकजुटता, प्रेम और भाईचारे की ज़रूरत है। राहुल गांधी जैसे नेता ही देश को सही दिशा में ले जा सकते हैं, जो सभी वर्गों की बात करते हैं, न कि किसी एक धर्म या जाति की।”
इस पूरे कार्यक्रम के दौरान गांव के लोगों में उत्साह देखा गया। शहीद रतन ठाकुर के पिता ने भी कांग्रेस नेता की पहल की सराहना की और कहा कि शहीद के गांव में इस तरह का सम्मान देखकर उन्हें गर्व होता है। उन्होंने यह भी कहा कि आज के समय में जब राजनीति सिर्फ दिखावे की रह गई है, ऐसे में किसी नेता का गांव आकर बुजुर्गों का सम्मान करना और शहीद को याद करना वास्तव में सराहनीय कदम है।
कार्यक्रम के अंत में प्रवीण सिंह ने फिर दोहराया कि जब तक पुलवामा हमले की निष्पक्ष जांच नहीं कराई जाती, तब तक सवाल उठते रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी शहीदों के परिवारों के साथ है और भविष्य में भी उनके अधिकारों के लिए संघर्ष करती रहेगी।
इस तरह राहुल गांधी का जन्मदिन मदारगंज गांव में एक अनूठे अंदाज़ में मनाया गया — न केक काटा गया, न रंगीन झंडे लगे, बल्कि बुजुर्गों को सम्मान देकर और शहीद को याद करके यह दिखाया गया कि राजनीति सेवा का नाम है, न कि केवल सत्ता की दौड़ का।
अपना बिहार झारखंड पर और भी खबरें देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें