भागलपुर में 28 दिसंबर 1885 को स्थापित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के स्थापना दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कांग्रेस के पूर्व विधायक अजीत शर्मा के आवास पर संपन्न हुआ, जहां बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे। स्थापना दिवस को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह देखने को मिला।
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराकर की गई। इसके बाद पूर्व विधायक अजीत शर्मा सहित उपस्थित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से राष्ट्रगान गाया। इस अवसर पर देश की आज़ादी के लिए संघर्ष करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों और कांग्रेस के संस्थापकों को श्रद्धापूर्वक याद किया गया। वक्ताओं ने कांग्रेस के गौरवशाली इतिहास और स्वतंत्रता आंदोलन में पार्टी की ऐतिहासिक भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला।
पूर्व विधायक अजीत शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है, जिसने आज़ादी की लड़ाई में निर्णायक भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा लोकतंत्र, संविधान, सामाजिक न्याय और देश की एकता-अखंडता की रक्षा के लिए काम किया है। अजीत शर्मा ने कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि वर्तमान समय में पार्टी की विचारधारा और मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाना बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ताकत उसका संगठन और कार्यकर्ता हैं। ऐसे में सभी कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर पार्टी को मजबूत करने की दिशा में काम करना चाहिए। अजीत शर्मा ने यह भी कहा कि कांग्रेस हमेशा आम जनता के अधिकारों की आवाज उठाती रही है और आगे भी जनता के हितों के लिए संघर्ष करती रहेगी।
स्थापना दिवस कार्यक्रम के दौरान संगठनात्मक मजबूती पर भी चर्चा की गई। कार्यकर्ताओं ने आने वाले समय में पार्टी को और सशक्त बनाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में मौजूद नेताओं ने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी आज़ादी के समय थी।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता, पदाधिकारी और समर्थक शामिल हुए। सभी ने कांग्रेस पार्टी की नीतियों और सिद्धांतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और संगठन को मजबूत करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और पार्टी एकता के संदेश के साथ किया गया।
