01 दिसंबर 2025 को स्थानीय विकास भवन में जिलाधिकारी श्री दीपेश कुमार की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य पंचायती राज विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं और 7वें एवं 15वें वित्त आयोग अंतर्गत प्राप्त आवंटन के विरुद्ध व्यय की वर्तमान स्थिति की विस्तृत समीक्षा करना था।
बैठक में उपस्थित अधिकारियों को पंचायत स्तर पर क्रियाशील लोक सेवा केंद्रों एवं विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन की गुणवत्ता और आवंटित धन का नियमानुसार उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रत्येक पंचायत में योजनाओं का पारदर्शी और परिणामोन्मुखी कार्यान्वयन हो तथा लाभार्थियों तक योजनाओं का लाभ सही समय पर पहुंचाया जाए।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त श्री संजय कुमार निराला, जिला पंचायती राज पदाधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित थे। उन्होंने पंचायतों में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों को योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आवश्यक तकनीकी और प्रशासनिक सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। बैठक में यह भी चर्चा हुई कि 7वें और 15वें वित्त आयोग के तहत प्राप्त निधियों का उपयोग योजना की प्राथमिकताओं के अनुरूप होना चाहिए और किसी भी प्रकार की अनियमितता से बचने के लिए नियमित निगरानी की जाए।
जिलाधिकारी श्री दीपेश कुमार ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक पंचायत में लोक सेवा केंद्रों की कार्यप्रणाली की नियमित समीक्षा की जाए और योजनाओं के क्रियान्वयन में गुणवत्ता और समयबद्धता पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि पंचायत स्तर पर होने वाले विकास कार्यों का सीधा असर ग्रामीण जनों की जीवन गुणवत्ता पर पड़ता है, इसलिए सभी विभागीय अधिकारी और पंचायत प्रतिनिधि अपनी जिम्मेदारियों का पूर्णत: पालन करें।
बैठक का समापन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और आवंटित निधियों के सही उपयोग के प्रति सभी अधिकारियों की प्रतिबद्धता के साथ हुआ। इस समीक्षा बैठक के निर्णय ग्रामीण विकास और पंचायत स्तरीय प्रशासन में पारदर्शिता और दक्षता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।
