विपक्षी दलों का जो गठबंधन हुआ है। इसका जो असली मकसद है भारत के हिंदुत्व को कमजोर करना। इसके साथ ही सनातन संस्कृति के खिलाफ जाकर काम करना। विपक्षी गठबंधन का मकसद ही हमारी सभ्यता और संस्कृति को बर्बाद करना है। यह बात है असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्वशर्मा ने कही है।
दरअसल, असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्वशर्मा बिहार के नालंदा में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने राजधानी पटना पहुंचे जहां पत्रकारों ने उनसे सनातन संस्कृति पर दिए जा रहे विवादित बयानों को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि – विपक्षी गठबंधन का मकसद ही सनातन संस्कृति को खत्म करना है। मुंबई की बैठक में इन्होंने तय किया है कि देश से सनातन संस्कृति को खत्म कर देना है।
इसके आगे उन्होंने कहा कि देश में आगामी लोकसभा चुनाव राष्ट्रीयता की लड़ाई होगी। यह चुनाव सिविलाइजेशन की लड़ाई होगी। इसमें हमारी सभ्यता और संस्कृति की लड़ाई होगी। मुझे विश्वास है कि हमारे भारत के लोग सनातन संस्कृति को सुरक्षित रखेंगे। इस बार उनको यह मालुम चल जाएगा की सनातन के बारे में बोलना उनके लिए कितना हानिकारक है।
मालूम हो कि, इससे पहले विपक्षी दलों के अपने गठबंधन का नाम इंडिया रखे जाने के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्वशर्मा ने अपने ट्विटर बायो से इंडिया नाम हटाकर भारत कर लिया। इसके बाद उन्होंने ट्वीट किया कि- ‘हमारा सभ्यतागत संघर्ष इंडिया और भारत के इर्द-गिर्द केंद्रित है। अंग्रेजों ने हमारे देश का नाम इंडिया रखा। हमें खुद को औपनिवेशिक विरासतों से मुक्त करने का प्रयास करना चाहिए। हमारे पूर्वज भारत के लिए लड़े और हम भारत के लिए काम करते रहेंगे। भारत के लिए भाजपा।’
आपको बताते चलें कि, विपक्षी दलों ने इंडिया को लेकर कहा कि यह ‘इंडिया’ 2024 में भाजपा नीत राष्ट्रीय राजग और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पराजित करेगा। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गठबंधन के इस नाम का उल्लेख करते हुए कहा कि अब लड़ाई ‘इंडिया और नरेन्द्र मोदी’ के बीच है और यह बताने की जरूरत नहीं है कि जीत किसकी होगी