भागलपुर। जिले के इंजीनियरिंग कॉलेज में सोमवार देर शाम छात्रों के दो गुटों के बीच मारपीट की बड़ी घटना सामने आई है। जानकारी के अनुसार, मामूली कहासुनी से शुरू हुआ विवाद देखते-देखते इतना बढ़ गया कि दोनों ओर से लाठी-डंडे और रॉड चलने लगे। इस दौरान कई छात्र घायल हुए, जिनमें आयुष नामक छात्र की हालत सबसे ज्यादा गंभीर बताई जा रही है। घटना के बाद कॉलेज परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
घटना के तुरंत बाद घायलों को मायागंज अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल आयुष को बेहतर इलाज के लिए पटना एम्स रेफर कर दिया। अस्पताल सूत्रों ने बताया कि आयुष को सिर और शरीर के कई हिस्सों में गहरी चोटें आई हैं और फिलहाल उसकी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
इधर, इस घटना से आक्रोशित छात्रों ने मंगलवार को वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) हृदय कांत से मुलाकात की। छात्रों ने पुलिस पर ढिलाई बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि मारपीट करने वाले आरोपी छात्र खुलेआम कॉलेज और शहर में घूम रहे हैं, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। छात्रों ने एसएसपी से गुहार लगाई कि दोषियों पर तुरंत कार्रवाई की जाए, ताकि कॉलेज का माहौल सामान्य हो सके।
इस मुलाकात के दौरान भाजपा नेत्री डॉ. प्रीति शेखर भी छात्रों के साथ मौजूद रहीं। उन्होंने छात्रों की मांग का समर्थन करते हुए पुलिस प्रशासन से मामले को गंभीरता से लेने की अपील की।
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए एसएसपी हृदय कांत ने कहा कि औद्योगिक थाना में केस दर्ज कर लिया गया है और थाना अध्यक्ष को दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी का सख्त निर्देश दिया गया है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि मामले की पूरी जांच कराई जाएगी और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
इस बीच, कॉलेज में हुई मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दर्जनों छात्र एक-दूसरे पर लाठी-डंडों से हमला कर रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद न केवल कॉलेज परिसर बल्कि पूरे शहर में तनाव का माहौल पैदा हो गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कॉलेज में गुटबाजी की घटनाएं नई नहीं हैं। आए दिन छोटे-छोटे विवाद मारपीट में बदल जाते हैं और कई बार पुलिस-प्रशासन के दखल के बाद ही स्थिति नियंत्रित हो पाती है। लेकिन इस बार मामला ज्यादा गंभीर इसलिए हो गया क्योंकि एक छात्र की जान पर बन आई है।
फिलहाल पुलिस सतर्क हो गई है और कॉलेज परिसर के आसपास अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। प्रशासन भी लगातार छात्रों से संपर्क में है ताकि किसी तरह की अप्रिय स्थिति दोबारा न हो। हालांकि, छात्रों में अब भी गुस्सा है और वे लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं।
इस पूरी घटना ने कॉलेज प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। छात्र संगठनों का कहना है कि अगर प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पहले से मजबूत होती तो ऐसी नौबत नहीं आती। अब सबकी निगाहें पुलिस की कार्रवाई और आयुष की सेहत पर टिकी हैं।