बिहार में चली जादुई हवा- माने अफवाह। इन दिनों अलग-अलग जिलों से बच्चा चोरी के आरोप में पिटाई की कई खबरें सामने आ रही हैं। जहां नवादा में एक युवक को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया गया। वहीं अब जमुई में दो युवकों को जमकर धुना गया।
बिहार में इन दिनों बच्चा चोर…बच्चा चोर का हल्ला मचा हुआ है। बीते तीन-चार दिनों से लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जब बच्चा चोरी के आरोप में हिंसा हुई और आरोपी को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया गया। मामला चाहे नवादा हो, मधेपुरा हो या जमुई। जमुई में तो दो दिनों में ये दूसरी वारदात सामने आई है। जब बच्चा चोरी के आरोप में दो युवकों को जमकर पीटा गया। बच्चा चोरी की उड़ रही अफवाह का सोर्स कौन और क्यों हैं? ये समझ से परे है। ऐसे में ये कहा जाने लगा है कि बिहार में भी जादुई हवा (अफवाह का बाजार) सज गया है।
ताजा मामले में बच्चों से रास्ता पूछना बाइक सवार दो युवकों को महंगा पड़ गया। मामला थाना क्षेत्र के रक्तरोहनिया का है। हालांकि पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए दोनों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ा लिया। मामले में बताया गया कि झाझा एसडीपीओ कार्यालय से सोमवार को एक बाइक से लौट रहे दो युवक रक्तरोहनियां स्कूल के समीप रास्ता भटक गए और स्कूल के बच्चों को खेलते देख उनसे बातचीत करने लगे। इसी बीच स्कूल के किसी शिक्षक ने ग्रामीणों को खबर किया कि दो अनजान युवक बच्चों को बहला-फुसला रहा है।
सूचना मिलते ही काफी संख्या में ग्रामीण स्कूल पहुंचे और दोनों युवक पर बच्चा चोर होने का आरोप लगाकर उसे पकड़ लिया और जमकर पीटा। ग्रामीणों को लगा कि युवक बच्चे को टाफी बगैरह का लालच देकर उसे चुराकर भागने की फिराक में था। ग्रामीणों ने दोनों युवक को स्कूल के एक कमरे में बंद कर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे थानाध्यक्ष अब्दुल हलीम युवकों को अपने कब्जे में लेकर उससे पूछताछ की। युवकों ने पुलिस को अपना पहचान-पत्र दिखाया।
वे चकाई प्रखंड के चौपला और विशनपुर के निवासी हैं। युवकों ने पुलिस को बताया कि वे दोनों बयान देने झाझा एसडीपीओ कार्यालय गए थे और वापसी में चकाई जाने के लिए शार्टकट रास्ता के चक्कर में भटक गए। रक्तरोहनिया के समीप विद्यालय के बाहर कुछ बच्चों को देख उनसे रास्ता के बारे में पूछने लगे तो शिक्षक ने इसे अन्य रूप में समझकर ग्रामीणों को खबर कर दिया। जिसके बाद ग्रामीण आ गए और बच्चा चोर समझने लगे जो की गलत था। थानाध्यक्ष ने दोनों के पहचान-पत्र व मोबाइल से उनके संबंध में जांच-पड़ताल करने के उपरांत दोनों को बेकसूर पाया। जिसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया।