मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता के दरबार में 76 लोगों की समस्याएं सुनी।
उन्होंने तत्काल संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई का निर्देश भी दिया।
नीतीश कुमार सोमवार को मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में शामिल हुए।
जनता दरबार में किशनगंज के मो. मंजर आलम ने हृदय की बीमारी के इलाज के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की गुहार लगायी।
भागलपुर के व्यक्ति ने परिजन की कोरोना से मृत्यु के बाद भी मान्य सहायता राशि प्राप्त नहीं होने की शिकायत की।
सारण के दिव्यांग व्यक्ति नवीन प्रसाद ने दिव्यांगजनों को मिलने वाली बैट्री चालित ट्राई साइकिल उपलब्ध कराने का अनुरोध मुख्यमंत्री से किया।
मुजफ्फरपुर के एक व्यक्ति ने कहा कि उसकी बेटी किरण कुमारी को मुख्यमंत्री बालिका स्नातक प्रोत्साहन योजना का लाभ अभी तक नहीं मिला है।
जबकि, आवेदन किये हुये तीन वर्ष बीत गये हैं। सहरसा से आयी एक छात्रा अमीषा साक्षी ने भी योजना की राशि का लाभ नहीं मिलने की तो जमुई के मुकेश कुमार ने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की दूसरी किश्त की राशि नहीं मिलने की शिकायत की।
खगड़िया के एक व्यक्ति ने अप्रैल 2019 से मई 2021 तक वृद्धजन पेंशन योजना के बकाया राशि का भुगतान न होने की शिकायत की।
गया के व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से बोधगया मध्य विद्यालय को उच्च विद्यालय में उत्क्रमित करने का अनुरोध किया।
बेगूसराय के नागेश्वर रजक ने कहा कि मर्डर केस में अभियुक्तों के साथ साठ-गांठ कर पुलिस पदाधिकारी द्वारा केस उठाने के संबंध में मुझ पर दबाव बनाया जा रहा है।
मधुबनी के मुन्ना पासवान ने मुख्यमंत्री से बैंक द्वारा प्रताड़ित करने की शिकायत की।
ये थे शामिल
मंत्री विजय कुमार चौधरी, चंद्रशेखर, मदन सहनी, अनीता देवी, जितेंद्र कुमार राय, सुमित कुमार सिंह, मो. इसराईल मंसूरी, सुरेंद्र राम व रत्नेश सादा, सीएम के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, डीजीपी आरएस भह्वी, सीएम के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, सचिव अनुपम कुमार व विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह व एसएसपी राजीव मिश्रा।