पटना । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि हमलोग उद्यम के लिए 2009 से ही सहयोग करते रहे हैं। पहले अल्पसंख्यकों के लिए शुरू किया गया था और अब सबके लिए है।
5 लाख का अनुदान और 5 लाख के ऋण की व्यवस्था है। मुख्यमंत्री ने प्रश्नोत्तरकाल में भाजपा विधायक ललन कुमार के सवाल पर हस्तक्षेप करते हुए यह कहा।
ललन कुमार ने अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना में बैंक गारंटी की समस्या से जुड़ा तारांकित सवाल उठाया था, जिसका जवाब प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार दे रहे थे। इसी दौरान हस्तक्षेप करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आप भूल क्यों गये हैं। 2009 में अल्पसंख्यक समाज के लिए रोजगार ऋण योजना शुरू कराए थे। अब ये सबके लिए है। 2018 में एससी, एसटी, फिर अतिपिछड़ा और अन्य पिछड़े वर्गों को इससे जोड़ा गया। 2020 में फिर आए तो आपलोग (भाजपा) भी साथ ही थे, इसे सभी समुदाय के लिए कर दिया। महिलाओं के लिए 5 लाख का ऋण और 5 लाख का अनुदान है। उन्हें शून्य ब्याज लगना है। सामान्य वर्ग के लिए 1 फीसदी दर पर ऋण दिया जा रहा है। इसलिए अगर कोई अल्पसंख्यक है तो उसको भी बता दीजिए, उद्यमी योजना के तहत सभी वर्गों के लिए अनुदान व ऋण का इंतजाम है। भाजपा के साथ रहते ही फैसला लिया था।
इससे पहले प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार ने पीरपैंती विधायक ललन कुमार के इस सवाल पर कहा कि भागलपुर में ही अल्पसंख्यक समाज के 175 लोगों को 3.2 करोड़ का कर्ज दिया गया है।
