सरकार बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है. लेकिन इस प्रयास पर लापरवाह शिक्षक बट्टा लगा रहे हैं. छपरा के दरियापुर प्रखंड में भी शिक्षकों की लापरवाही सामने आई है. आरोप है कि शिक्षक ना तो समय पर स्कूल नहीं आते है और ना ही मेन्यू के आधार पर मिड-डे मील दिया जा रहा है. ऐसे में स्थानीय ग्रामीणों ने स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया है.
सारण(छपरा): शिक्षक वो होते हैं, जो अपने छात्रों को शिक्षा के आसमान में उड़ने का पंख देते है, लेकिन जब शिक्षक स्कूल ही ना पहुंचे तो छात्रों का क्या होगा. कुछ ऐसा ही एक मामला सारण जिले के दरियापुर प्रखंड में सामने आया है. यहां एक विद्यालय में गुरुजी के लेटलतीफी से स्थानीय ग्रामीण इतने परेशान हो गए कि गुस्से में आकर स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया. आरोप है कि स्कूल के शिक्षक बच्चों की पढ़ाई को लेकर लापरवाह है और कभी स्कूल समय पर नहीं आते.
ग्रामीण करेंगे उच्चाधिकारी से शिकायत: जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला दरियापुर प्रखंड के जगदीशपुर उच्च मध्य विद्यालय का है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि स्कूल में पढ़ने वाले छात्र समय पर स्कूल पहुंच जाते है लेकिन शिक्षक लेट से पहुंचते है. जिस वजह से बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है. इसको लेकर स्थानीय ग्रामीणों में काफी रोष है. ऐसे में शिक्षकों को सबक सिखाने के लिए ग्रामीणों ने स्कूल में तालाबंदी कर दी है. उनका कहना है कि इस मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों से की जाएगी. इसके बाद ही स्कूल खुलेगा.
मिड डे मील में गड़बड़ी का भी आरोप: स्थानीय ग्रामीणों का स्कूल में मिलने वाले मिड डे मील को लेकर भी काफी शिकायतें है. उनका कहना है कि स्कूल के शिक्षक मिड डे मील को लेकर भी काफी गड़बड़ी कर रहे है. बच्चों के तय मेन्यू के आधार पर डाइट नहीं दिया जा रहा है. उनका कहना है कि सरकार ने स्कूल बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए खोला है. लेकिन लाखों की वेतन लेने के बावजूद भी शिक्षक ना तो बच्चों को ठीक से पढ़ा रहे है और ना ही मिड डे मील का भोजन दिया जा रहा है.