आईपीएल 2025 के सीजन में चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है। मंगलवार को खेले गए मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स (RR) ने चेन्नई को 6 विकेट से हराकर उनकी हार की गिनती 10 तक पहुंचा दी। इस मैच में राजस्थान ने हर विभाग में चेन्नई को मात दी और टूर्नामेंट में अपनी चौथी जीत दर्ज की। वहीं चेन्नई सुपरकिंग्स अब 6 अंकों के साथ पॉइंट्स टेबल में सबसे नीचे यानी 10वें स्थान पर पहुंच गई है।

इस मैच का नतीजा भले ही प्लेऑफ की रेस को ज्यादा प्रभावित नहीं करता, लेकिन दोनों टीमों के आत्मसम्मान और भविष्य की तैयारियों के लिए यह मुकाबला अहम था। फैंस की नजरें खास तौर पर करिश्माई कप्तान एमएस धोनी पर थीं। हर कोई यही देखना चाहता था कि क्या धोनी अपनी टीम को हार के दौर से निकाल पाएंगे। लेकिन इस बार भी नतीजा वैसा नहीं रहा, जैसा धोनी प्रेमी उम्मीद कर रहे थे।

मैच का संक्षिप्त विवरण

मैच की शुरुआत चेन्नई सुपरकिंग्स की बैटिंग से हुई। उन्होंने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 187 रन बनाए। शुरुआत अच्छी रही लेकिन आखिरी ओवरों में टीम गति बरकरार नहीं रख सकी। धोनी और शिवम दुबे जैसे अनुभवी बल्लेबाजों के बावजूद अंतिम तीन ओवरों में टीम केवल 17 रन ही जोड़ सकी।

राजस्थान की ओर से गेंदबाजी में आकाश मधवाल ने कमाल कर दिया। उन्होंने 4 ओवर में सिर्फ 29 रन देकर 3 अहम विकेट चटकाए। उन्होंने धोनी और दुबे जैसे बड़े नामों को भी सिर्फ 1-1 रन पर ही रोक दिया। उनके अंतिम ओवरों की कसी गेंदबाजी ने चेन्नई को 200 के पार जाने से रोक दिया।

राजस्थान की जवाबी पारी

लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान की शुरुआत शानदार रही। यशस्वी जायसवाल ने 36 रन बनाए, जबकि कप्तान संजू सैमसन ने 41 रनों की उपयोगी पारी खेली। लेकिन सबसे बड़ी चर्चा का विषय बना 14 साल का युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी, जिसने 33 गेंदों पर 57 रन बनाकर सबको चौंका दिया।

वैभव ने अपनी पारी में 4 चौके और 4 छक्के लगाए और विपक्षी गेंदबाजों की एक नहीं चलने दी। उनकी बल्लेबाजी में आत्मविश्वास और परिपक्वता देखकर क्रिकेट जानकार भी हैरान रह गए। ध्रुव जुरेल ने भी 31 रन बनाकर टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाया। राजस्थान ने लक्ष्य को 17.1 ओवर में ही हासिल कर लिया।

भावुक कर देने वाला पल

मैच खत्म होने के बाद जो पल सबसे ज्यादा यादगार बना, वह था जब वैभव सूर्यवंशी ने मैदान पर जाकर एमएस धोनी के पैर छुए। यह दृश्य देखकर स्टेडियम में मौजूद दर्शकों की आंखें नम हो गईं। टीवी पर कमेंट्री कर रहे नवजोत सिंह सिद्धू और हरभजन सिंह भी खुद को भावुक होने से नहीं रोक पाए। दोनों ने वैभव की जमकर तारीफ की और उन्हें भविष्य का बड़ा स्टार बताया।

धोनी की कप्तानी पर सवाल

धोनी भले ही भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में शुमार हों, लेकिन इस सीजन में उनकी रणनीति और प्रदर्शन पर सवाल उठने लगे हैं। टीम लगातार हार रही है और पॉइंट्स टेबल में सबसे नीचे है। धोनी का बल्ला भी इस सीजन में ज्यादा नहीं चला है। फैंस को उनकी कप्तानी और अनुभव से उम्मीदें थीं, लेकिन टीम उन्हें सपोर्ट करने में नाकाम रही है।

क्या अब विदाई का समय है?

ऐसे में बड़ा सवाल यह उठने लगा है कि क्या यह धोनी का आखिरी आईपीएल सीजन हो सकता है? उनकी उम्र, फिटनेस और टीम का प्रदर्शन इन सभी को देखते हुए यह संभावना और मजबूत होती जा रही है। हालांकि, धोनी ने खुद अभी तक अपने संन्यास को लेकर कोई संकेत नहीं दिया है, लेकिन फैंस और क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि अब टीम को भविष्य की ओर देखना चाहिए।

निष्कर्ष

राजस्थान रॉयल्स ने इस जीत के साथ भले ही प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होने के बावजूद आत्मविश्वास हासिल किया है, लेकिन चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए यह सीजन एक चेतावनी बनकर आया है। युवा खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी ने न केवल राजस्थान बल्कि पूरे भारत के क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत लिया है। वहीं, एमएस धोनी और उनकी टीम को आत्ममंथन करने की जरूरत है कि आखिर गलती कहां हो रही है।

आईपीएल में हर मैच एक नई कहानी लेकर आता है, और यह मैच निश्चित रूप से लंबे समय तक याद रखा जाएगा – खासकर वैभव सूर्यवंशी की बल्लेबाज़ी और उनका धोनी के प्रति सम्मानजनक भाव।

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