गोपालपुर. चार दिवसीय 24 कुंडीय नवचेतना जागरण गायत्री महायज्ञ के तीसरे दिन शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे आचार्य राम तपस्या जी महाराज ने कहा कि गायत्री मंत्र के लगातार जाप से मस्तिष्क का तंत्र बदल जाता है तथा मानसिक शक्तियां बढ़ती हैं.
नकारात्मक शक्तियां जपकर्ता से दूर चली जाती हैं.
उन्होंने बताया कि विश्वामित्र ने इस मंत्र के बल पर ही नयी सृष्टि का निर्माण किया था.
इस मंत्र हर अक्षर से एक देवता का आह्वान होता है. हिंदू धर्म में गायत्री मंत्र को महामंत्र कहा जाता है.
मान्यता के अनुसार दुनिया की पहली पुस्तक ऋग्वेद की शुरुआत इसी मंत्र से होती है.